कूड़े के ढ़ेर में तब्दील होते पर्यटन स्थल
देहरादून। पूरे विश्व में पर्यटन के लिए मशहूर देवभूमि उत्तराखण्ड में अनेकों ऐसे पर्यटन स्थल हैं जहां भारी तादात में देशी एवं विदेशी पर्यटक आते हैं। उत्तराखण्ड के पर्यटन स्थलों की सुन्दरता को देख कोई भी व्यक्ति मंत्रमुग्ध हुए बिना नहीं रह सकता। किन्तु यहां आने वाले पर्यटक ही यहां की सुन्दरता को प्रभावित करते नजर आ रहे हैं।
गौरतलब है कि उत्तराखण्ड के मशहूर पर्यटन स्थल मसूरी, धनोल्टी, चकराता, कैम्प्टीफाल, सहस्त्रधारा और ऋषिकेश जैसी जगहों में इन दिनों पर्यटकों की भरमार है। टूरिस्ट सीजन होने की वजह से उत्तराखण्ड के पड़ोसी राज्यों दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा हिमाचल और बिहार समेत देशभर से भारी संख्या में सैलानी इन पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए आ रहे हैं। बाहर से आने वाले वाहनों की वजह से इन पर्यटन स्थलों पर सड़कों पर जाम लगने की वजह से इन दिनों वाहन रेंगते हुए नजर आ रहे हैं।
बताते चलें कि इन स्थलों पर भ्रमण करने आने वाले पर्यटक अपने साथ लाये खाद्य पदार्थों का सेवन कर उनके खाली पैकेट्स और रैपर्स को यहां वहां खुले स्थान में ही फैंककर आगे रवाना हो जाते हैं। कई जगह पर पर्यटकों के द्वारा शराब की खाली बोतलों नमकीन एवं चिप्स आदि के पैकेट्स, सिगरेट एवं माचिस के खाली खोखों तथा पानी की खाली बोतलों को खुले स्थानों में एवं सड़कों पर फेंक दिया जाता है। जिससे इन रमणीय स्थलों की सुन्दरता प्रभावित होती है।
पर्यटन स्थलों पर यहां-वहां लगे कूड़े के ढेर के कारण पूरे क्षेत्र में दुर्गंध फैलती है और ऐसे खूबसूरत स्थलों की सुन्दरता प्रभावित होती है। यदि देहरादून की ही बात की जाये तो जनपद के सहस्त्रधारा, गुच्चूपानी, लच्छीवाला, मसूरी के कम्पनी बाग, माल रोड, कैम्पटी फाल, चकराता के टाइगर फाल और लाखामण्डल समेत कई ऐसे स्थल हैं जहां पर्यटकों और स्थानीय लोगों के के द्वारा की गई गंदगी को आसानी से देखा जा सकता है।
गर्मियों की छुट्टियों में लोग अक्सर ठण्डे पहाड़ी इलाकों का रूख करते हैं और कुछ समय पहाड़ों की शांत वादियों में बिताना पसंद करते हैं मगर अपने से सुकून और आनन्द में वे ये भूल जाते हैं कि जिस जगह की सुन्दरता उन्हें आकर्षित कर वहां खींच लायी है उसे जाते-जाते वो अन्य लोगों के लिए बदसूरत करके जा रहे हैं।
‘विनर टाइम्स’ ऐसे लोगों से विनम्र निवेदन करता है कृपया करके ऐसे पर्यटन स्थलों पर जाते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और गंदगी ना फैलायें जिससे वहां की सुन्दरता भी बरकरार रहे और आपको शर्मिन्दा भी ना होना पड़े।