पत्नी को उतारा मौत के घाट
देहरादून। राजधानी दून के पटेल नगर थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया जहां एक सनकी पति ने अपनी पत्नी को बद्चलन समझकर उसपर शक करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस की मुश्तैदी व जांच पड़ताल के बाद कातिल पति जल्द ही कानून के शिकंजे में आ गया।
प्राप्त समाचार के अनुसार सोमवार दिनांक 12 सितम्बर को पटेल नगर थाना क्षेत्र के ग्राम चन्दरबनी खलसा के निकट आशारोडी बीट मे स्थित सागीन के जंगल में एक अज्ञात अभियुक्त द्वारा अज्ञात महिला की हत्या कर शव को जंगल की झाड़ियों में छिपा दिया। घटनास्थल से कुछ दूरी पर जंगल से खेल रहे बच्चों ने महिला की आवाज सुनी तथा अज्ञात अभियुक्त को वारदात के बाद अपनी साईकिल मौके पर ही छोडकर जंगल की ओर जाते देखा। उक्त घटना की सूचना ग्राम प्रधान भगवान सिंह द्वारा थाना पटेल नगर को दी गयी जिसके आधार पर अज्ञात अभियुक्त के विरुद्ध हत्या का मुकदमा पंजीकृत किया गया।
अज्ञात मृतका की शिनाख्त नही हो पायी तो शव का पंचायतनामा भर कर पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया गया। शव की शिनाख्त हेतु आसपास के गांवों व अन्य सम्भावित स्थानों पर प्रचार-प्रसार कराया गया। सोमवार दिनांक 12 सितम्बर की शाम को प्रताप गौतम पुत्र आशाराम गौतम निवासी ग्राम कोन्हापुरवा, थाना निहासन जिला लखीमपुर खीरी [उ.प्र]. हाल किरायेदार मकान सुरेश सिंह, भूत्तोवाला चौक थाना पटेलनगर व उसके भाई बहन द्वारा मृतका के फोटोग्राफ व शव देखकर शव की शिनाख्त अपनी माँ मधु देवी के रुप में की गयी, साथ ही बताया गया कि तीनों भाई बहिने प्रातः 07:30 बजे स्कूल गये थे, दोहपर में स्कूल से घर वापस आये तो माता पिता घर में नही मिले। अपने पिता से फोन पर सम्पर्क किया तो उसने कहा कि कुछ देर में घर आ रहा हूँ। परंतु यह नही बताया कि वे दोनों कहाँ है,और ना ही वे घर वापस आये।
बच्चों ने घटनास्थल पर मिली साईकिल को भी अपने पिता की ही बताया। इस पर आशाराम की तलाश की गई। मुखबिर की सूचना पर आशाराम को आईएसबीटी पर पकड़कर हिरासत में लिया गया जो बस से बरेली जाने की फिराक में था। पूछताछ पर आशाराम गौतम ने बताया कि उसकी पत्नी का चरित्र खराब था साथ ही वह उसकी लगातार उपेक्षा करती थी तथा उसे जान से मरवाने की घमकी देती थी जिस कारण उसने उसे ठिकाने लगाने की ठान ली। बच्चों के स्कूल जाने के बाद वह अपनी पत्नी को लकड़ी लेने के बहाने साईकिल से जंगल ले गया। आरोपी उसे ठिकाने लगाने के बाद पहचान छिपाने के लिये मिट्टी तेल भी साथ लेकर गया था। जंगल में जैसे ही उसे मौका मिला उसने लकडी से महिला के सिर पर प्रहार किया, वह चिल्लाकर छुटकर भागी तो उसे पकडकर व धकियाकर फिर से जंगल के अन्दर झाडियों में ले गया जहां वह बेहोश हो गयी तो आरोपी ने अपनी कमीज से उसका गया घोट दिया।
किन्तु साईकिल व मिट्टीतेल दूसरी तरफ होने की वजह से वह उसे जला नही पाया और बच्चों की आवाज सुनकर जंगल की तरफ चला गया। दिन में चुपचाप घर गया और कमीज पहनकर वहां से भाग गया। अभियुक्त की निशादेही पर हत्या में प्रयुक्त लकडी का फट्टा व खून लगी कमीज व बनियान जो उसने धोकर फैक दी थीपुलिस के द्वारा बरामद कर लिया गया है।
उक्त घटना का मात्र 24 घण्टे के भीतर खुलासा करने वाली पुलिस टीम में वरिष्ठ उपनिरिक्षक अरुण सैनी, उपनिरिक्षक गिरीश नेगी प्रभारी आईएसबीटी, उपनिरिक्षक आर.सी. मखोलिया, उपनिरिक्षक नरोत्तम बिष्ट प्रभारी चौकी बाजार, उपनिरिक्षक अशोक राठौर प्रभारी एसओजी।
कांस्टेबल सुन्दर सिंह, कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल राकेश पंवार,कांस्टेबल राजीव कुमार, कांस्टेबल सर्वेश कुमार, कांस्टेबल यशपाल सिंह रावत, कांस्टेबल संदीप कुमार एवं आशीष (एसओजी) शामिल थे।