वार्ता ही एकमात्र विकल्प है: हिना
इस्लामाबाद। कश्मीर मुद्दे पर वार्ता ही एकमात्र विकल्प है ये कहना है पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार का। हिना ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा है कि पाकिस्तानी बच्चों को 60 साल से सिर्फ दूसरों से नफरत करना सिखाया जा रहा है। दूसरों से नफरत हमारी नेशनल आइडेंटिटी बन गई है। उन्होंने कहा कि भारत-अफगानिस्तान से हमारे खराब रिश्तों की वजह भी यही है। हिना ने ये भी कहा है कि पाकिस्तान कभी भी जंग के जरिए कश्मीर हासिल नहीं कर सकता है।
गौरतलब है कि हिना ने रविवार को एक पाकिस्तानी चैनल पर इंटरव्यू में कई मुद्दों पर अपना नजरिया साफ किया। उन्होंने कहा “बीते साठ साल से पाकिस्तानी बच्चों को सिखाया जा रहा है कि उनकी नेशनल आइडेंटिटी ही किसी से नफरत करना है। यही वजह है कि भारत और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी मुल्कों से हमारी दुश्मनी है। ये पहले भारत से हुई और अब अफगानिस्तान से भी हो गई। इन हालात में मसले हल नहीं हो सकते।”
हिना ने कहा, “पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी जब सत्ता में थी, तब उसने भारत के साथ रिलेशन को नॉर्मल बनाने की बात की थी।” “हमने वीजा नियमों में ढील दी और ट्रेड रिलेशन को आगे बढ़ाया था।” “कश्मीर समस्या को लगातार बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है।” “हम बातचीत के जरिए एक न दिन मुकाम पर पहुंच सकते हैं।” बता दें कि हिना 2011 से 2013 तक पाकिस्तान की फॉरेन मिनिस्टर रह चुकी हैं। हिना अपने इस साक्षात्कार के बाद अब एक बार फिर से सुर्खीयों में