उत्तराखण्ड की राजनीति में भूचाल लाने वाले घोड़े ‘शक्तिमान’ का निधन
देहरादून। उत्तराखंड में एक प्रदर्शन के दौरान पीटे गए पुलिस के घोड़े शक्तिमान की मौत हो गई है। पिछले दिनों शक्तिमान पर हमले के बाद उसकी टांग को सर्जरी कर काट दिया गया था। दरअसल उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के विधायक ने एक विरोध-प्रदर्शन के दौरान लाठियां बरसाकर पुलिस के घोड़े “शक्तिमान” की टांग तोड़ दी थी। इस मामले ने खूब तूल पकड़ा था जिसके बाद भाजपा विधायक को सफाई देनी पड़ी थी।
शक्तिमान पर हमले के बाद पहली बार लगाई गई आर्टिफिशियल टांग सर्जरी के जरिए हटा दी गई थी। डॉक्टरों ने अमेरिका से एक नया पैर मंगवाया जिसकी कीमत लगभग तीन हजार डॉलर थी। पिछले 10 साल से उत्तराखंड पुलिस के लिए काम कर रहे शक्तिमान की टांग काटे जाने के बाद लोग तो सदमे में थे ही पुलिस महकमा भी सदमे में था. देश और दुनिया में शक्तिमान के ठीक हो जाने की दुआएं की गई थी, लोग ये दुआएं कर रहे थे कि शक्तिमान अपनी कृत्रिम टांगों के सहारे फिर से खड़ा हो सके।
शक्तिमान के उपचार में लगी डॉक्टरों की टीम, जिसमें डॉ. फिरोज खम्बाटा, डॉ. बृजेश रावत, डॉ. प्रदीप मिश्रा, डॉ0राकेश, डॉ. कैलाश उनियाल शामिल है जिनके द्वारा अश्व शक्तिमान के पैर की रूटीन ड्रेसिंग व सर्जरी की जा रही थी। ड्रेसिंग से पूर्व दिए गए एनेस्थीसिया के इंजेक्शन से आघात पहुंचने के कारण समय 16:30 बजे शक्तिमान की मृत्यु हो गई। डॉक्टरों की टीम के द्वारा मौके पर ही पोस्टमार्टम किया गया, जिसमे मृत्यु का कारण आघात पहुंचना बताया गया। पोस्टमार्टम के पश्चात शक्तिमान को पूरे सम्मान के साथ पुलिस लाइन परिसर में दफनाया गया। इस मौके पूर्व सीएम हरीश रावत समेत पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, पुलिस अधीक्षक यातायात, पुलिस अधीक्षक नगर, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, क्षेत्राधिकारी सदर, क्षेत्राधिकारी कोतवाली, जनपद पुलिस के अन्य अधिकारियों /कर्मचारियों, डॉक्टरों की टीम, व मौके पर उपस्थित सभी लोगों द्वारा अश्व शक्तिमान के शव पर पुष्प अर्पित कर अश्रुपूर्ण विदाई दी गई।