उत्तराखण्ड में बारिश ने फिर ढाया कहर
देहरादून। उत्तराखण्ड में बारिश ने एक बार फिर से कहर बरपाया है। आसमान से बरसती आफत की वजह से स्थिति बेकाबू होती जा रही। उत्तराखण्ड के कई जिले इस बरसात से प्रभावित नजर आ रहे हैं। राज्य में हो रही बारिश से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित होता जा रहा है। टिहरी जनपद में भिलंगना क्षेत्र में एक मकान गिरने से एक ही परिवार के लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई। वहीं कोटद्वार में सुखरो नदी पर रेल पुल का पिलर टूटने से कोटद्वार-नजीबाबाद के लिए रेल सेवाएं बंद हो गई। केदारनाथ पैदल मार्ग भी अवरुद्ध होने से केदारनाथ यात्रियों को फिलहाल यात्रा पड़ावों पर रोका हुआ है। बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ और गंगोत्री हाईवे भी गंगनानी के पास मलबा आने से अवरुद्ध है।
पिछले दिनों से लगातार बारिश के चलते कुमाऊं में भी नदी व नाले उफान पर हैं। साथ ही भूस्खलन से कई मार्ग बाधित हो रहे हैं। टिहरी जनपद में भिलंगना क्षेत्र की हिंदाव पट्टी के पुरवाल गांव में सुबह करीब चार बजे एक मकान गिर गया। हादसे में परिवार के तीन लोग मलबे में जिंदा दफन हो गए। मृतको में मां, बेटा व बेटी हैं। मकान स्वामी मंत्री लाल पिछले कुछ साल से लापता चल रहा है। घर में उसकी पत्नी मीना देवी (40 वर्ष) बेटे सोहन लाल (17 वर्ष) व बेटी कु. सोना (10 वर्ष) के साथ एक ही कमरे में सो रही थी। हादसे का पता चलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों की मदद से तीनों के शव मलबे से निकाल लिए गए।
उधर कोटद्वार में कोटद्वार-नजीबाबाद रेल ट्रेक पर सुखरो नदी के पास बने रेल पुल का एक पिलर टूट गया। इससे कोटद्वार व नजीबाबाद के बीच चलने वाली रेल सेवा निरस्त कर दी गई। उत्तरकाशी जनपद में लगातार बारिश के चलते गंगोत्री हाईवे गंगनानी के निकट बड़े वाहनों से लिए बंद हो गया। हालांकि छोटे वाहन इस स्थान से आगे बढ़ रहे हैं। फिलहाल सीमा सड़क संगठन के जवान रास्ते को खोलने में जुटे हैं। बहरहाल इस बारिश से अभी निजात मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार आगे भी भारी बारिश होने के संकेत मिल रहे हैं।