खुद नही लिया था सचिन ने सन्यास का निर्णय!
नई दिल्ली। संदीप पाटिल की अगुवाई में चयन समिति ने चार साल तक भारतीय क्रिकेट टीम चुनी, लेकिन 21 सितंबर को उनका कार्यकाल खत्म हो गया। उनकी जगह पूर्व विकेट कीपरबल्लेबाज एमएसके प्रसाद को नया मुख्य चयनकर्ता चुना गया है। संदीप पाटिल के कार्यकाल में ही सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था और इसी से जुड़ा गहरा राज पूर्व क्रिकेटर के दिल में छुपा है। सचिन ने 2012 में पाकिस्तान दौरे के ठीक पहले अचानक वन-डे क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था।
करीब सालभर बाद सचिन ने टेस्ट क्रिकेट को भी अलविदा कह दिया था, लेकिन अब सचिन के संन्यास को लेकर संदीप पाटिल के बयानों से कयास लगाए जा रहे हैं कि संन्यास का फैसला सचिन ने अपने दिल से नहीं लिया था, बल्कि इसके लिए उन्हें मजबूर किया गया था। पूर्व क्रिकेटर, कोच और 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के अहम सदस्य रहे संदीप पाटिल के एक बयान ने सचिन के संन्यास के फैसले को लेकर रहस्य गहरा दिया है। पिछले दिनों एक इंटरव्यू में संदीप पाटिल ने सचिन से जुड़े सवाल पर जो जवाब दिया वो हैरान करने वाला है।
उन्होंने कहा कि एक चयनकर्ता होने पर आपके लिए सबसे बुरी बात ये थी कि इस फैसले के बाद आपको अपना दोस्त खोना पड़ा, पर किया भी क्या जा सकता है ये सभी खेल का ही एक हिस्सा है। संदीप पाटिल के इस बयान से साफ संकेत मिलते हैं कि सचिन के संन्यास का फैसला खुद का ना होकर किसी और का था। सचिन को ये फैसला लेने के लिए मजबूर किया गया था। संदीप पाटिल ने इस इंटरव्यू में कहा कि, ‘कुछ ऐसी बातें है जो बीसीसीआई और चयनकर्ताओं के बीच ही रखी जाती हैं, जो एक राज होता है जिसे खोला नहीं जा सकता। सचिन तेंदुलकर ने नवंबर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने मुंबई में खेले गए टेस्ट मैच के बाद क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था।