ट्रेड यूनियनों ने किया विरोध प्रदर्शन
देहरादून। ट्रेड यूनियनों ने शुक्रवार को केन्द्र सरकार पर जमकर हल्ला बोला। ट्रेड यूनियन सरकार से श्रम कानून में बदलाव, विदेशी निवेश को बढ़ावा देने और रोड सेफ्टी बिल के खिलाफ अपनी आवाज़ उठा रही थी।
देहरादून में यूनियनों ने गांधी पार्क में एकत्र होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और घंटाघर तक सांकेतिक रैली भी निकाली। इसके अलावा हड़ताल में शामिल विभिन्न यूनियनों ने अपने-अपने कार्यालयों में भी प्रदर्शन किया। यूनियनों ने हड़ताल पूरी तरह सफल होने का दावा भी किया है।
गांधी पार्क में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष एवं डोईवाला विधायक हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि केंद्र नीतियां श्रमिकों को और कमजोर करने की साजिश है, जिससे पूंजीपतियों को ज्यादा मुनाफा हो। रोड सेफ्टी बिल हो या बैंकों का विलय कर्मचारियों के हितों पर कुठराघात है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। केंद्र की इन नीतियों का हर स्तर पर विरोध होगा।
संयुक्त ट्रेड यूनियंस समन्वय समिति के प्रांतीय संयोजक वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि केंद्र की नीतियां पूरी तरह श्रमिक विरोधी हैं। श्रमिकों को मजबूत करने के बजाय सरकार और कमजोर करने में जुटी है। पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के लिए ही केंद्र सरकार काम कर रही है। श्रम कानून में संशोधन भी इसीलिए किया जा रहा है। संसद में विचाराधीन सड़क सुरक्षा बिल एक काला कानून है, जिसे किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा। इस कानून के लागू होने से किराया बढ़ेगा और छोटे व्यवसायियों, चालकों, परिचालकों, मैकेनिकों के सामने संकट खड़ा हो जाएगा।
प्रदर्शन में इंटक के महासचिव एपी अमोली, उत्तराखंड बैंक इंप्लाइज यूनियन के महासचिव जगमोहन मेंदीरत्ता, उत्तराखंड रोडवेज इंप्लाइज यूनियन के प्रदेश महासचिव रवि पचैारी, एटक नेता समर भंडारी, अशोक शर्मा, इंटक जिलाध्यक्ष धीरज भंडारी, बीईएफआइ के कार्यकारिणी सदस्य यर्शाक बुटोला, चित्रा गुप्ता, सीपी नैथानी, धीरज भंडारी, लेखराज, विनोद थापा, दीपक गौड़, मनजीत सिंह आदि मौजूद शामिल रहे।