पत्रकार हत्याकांड में पांच आरोपी दबोचे
पटना। बिहार पुलिस ने सिवान से पांच लोगों को हिरासत में लिया है और इसके साथ ही पुलिस ने दावा किया है कि उसने पत्रकार राजदेव रंजन हत्या मामले की गुत्थी सुलझा ली है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी मुख्यालय) सुनील कुमार ने पत्रकारों से कहा, ‘पुलिस ने पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और 7–65 बोर की देसी पिस्तौल और तीन मोटरसाइकिलें भी बरामद की हैं।’’
एडीजी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान रोहित कुमार, विजय कुमार गुप्ता, राजेश कुमार, इशू कुमार और सोनू कुमार गुप्ता के तौर पर हुई है। रोहित कुमार ने कुबूल किया है कि पत्रकार पर उसने ही गोली चलाई थी जिससे उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि हत्या में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है। पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल की गई 7–56 बोर की देसी पिस्तौल और तीन मोटरसाइकिलें भी बरामद की हैं। राजदेव रंजन एक प्रमुख हिंदी समाचार पत्र के जिला संवाददाता थे। 13 मई की शाम को सिवान के शहर थाना इलाके में स्टेशन रोड पर उनकी उस वक्त कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी जब वह अपनी मोटरसाइकिल पर नजदीक की फल मंडी जा रहे थे। घटना के बाद से ही नीतीश कुमार सरकार और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर देश भर में आलोचना की जा रही है। एडीजी सुनील कुमार ने कहा कि तफ्तीश सही दिशा में चल रही है, लेकिन अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पत्रकार हत्या मामले के मुख्य आरोपी रोहित कुमार ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसी ने राजदेव पर गोली चलाई थी लेकिन हत्या के पीछे के सही कारणों का उसने कोई खुलासा नहीं किया।
एडीजी ने कहा कि हत्या के पीछे के सही कारणों का खुलासा फरार आरोपियों के पकड़े जाने के बाद ही हो पाएगा। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों का कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं है। गया रोडरेज घटना का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा चाहे उसके कितने भी प्रभावशाली या शक्तिशाली लोगों से संपर्क क्यों न हो। उन्होंने कहा, ‘तफ्तीश के दौरान किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कोई भी सबूत पाए जाने पर उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।’’ कुमार ने कहा कि पुलिस पत्रकार हत्या मामले में जेल में बंद पूर्व राजद सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के करीबी गुर्गे लड्डन मियां को पकड़ने का भी पूरा प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मियां का अपराधिक रिकार्ड भी रहा है। सीबीआई जांच पर एडीजी ने कहा, ‘सीबीआई ने प्रांरभिक जांच के लिए बिहार पुलिस से प्राथमिकी की मांग की है। लेकिन हम (बिहार पुलिस) सीबीआई के पत्रकार हत्या मामले को अपने हाथ में लेने का इंतजार नहीं करेंगे।’’ एडीजी ने कहा, ‘जहां तक संभव होगा बिहार पुलिस मामले की जांच करेगी..हम अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हटे हैं और हम अपनी तफ्तीश जारी रखेंगे।’’ बिहार सरकार ने 16 मई को पत्रकार राजदेव रंजन हत्या मामले को सीबीआई को सौंपने की आधिकारिक सिफारिश की थी।