फ्रांस में आतंकी हमला 84 मरे
नीस। फ्रांस में एक एक बड़े ट्रक के द्वारा किये गये आतंकी हमले ने दुनियाभर में तहलका मचा दिया। पूरे विश्वभर में इस आतंकी हमले की निंदा की जा रही है। गौरतलब है कि फ्रांस में नीस स्थित एक रिसॉर्ट में बासटील दिवस पर आतिशबाजी का प्रदर्शन देख रहे लोगों की भीड़ पर एक बड़े ट्रक के हमले में कम से कम 84 लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने इस हमले को आतंकवादी हमला करार दिया है। चालक प्रोमेनादे देस एंगलियास में ट्रक को भीड़ के बीच में दो किलोमीटर (1–3 मील) तक दौड़ाता रहा और इसके बाद वह गोली लगने से वह मारा गया। हजारों लोग आतंकित होकर घटनास्थल से भागे। इस घटना में कई लोग मारे गए। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें ट्रक से 31 वर्षीय एक फ्रांसीसी-ट्यूनीशियाई नागरिक संबंधी पहचान पत्र मिले हैं। ट्रक से ‘बंदूकें’ और ‘बड़े हथियार’ भी बरामद किए गए हैं।
हमले से दुखी ओलांद ने टेलीविजन पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमला ‘निर्विवाद रूप से आतंकवादी प्रकृति’ का था। उन्होंने हमले में ‘कई बच्चों’ के मारे जाने की पुष्टि की है। कई परिवार फ्रांस का राष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए यहां आए थे। यह रक्तपात बासटील दिवस पर हुआ है जब फ्रांस के लोग अपने धर्मनिरपेक्ष गणराज्य और स्वतंत्रता, समानता एवं भाईचारे के मूल्यों का जश्न मनाते हैं। इस हमले से एक दिन पहले पेरिस में सैन्य समारोह आयोजित किया गया था जिसमें सैन्य बलों, टैंकों एवं लड़ाकू जेट विमानों ने शांज एलिसीज पर प्रदर्शन किया था और शानदार आतिशबाजी की गई थी। ओलांदे ने कहा, ‘फ्रांस पर उसके उस राष्ट्रीय दिवस पर हमला किया गया–– जो स्वतंत्रता का प्रतीक है।’ फोटो में दिखाई दे रहा है कि ट्रक का सामने का हिस्सा गोलियों से छलनी और बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। ट्रक का टायर भी फटा हुआ है। उस प्रोमेनादे में शवों के बीच एक अकेली गुड़िया पड़ी दिखाई दे रही है जहां कुछ ही घंटों पहले परिवारों ने अपनी छुट्टी और जश्न मनाया था। समुद्र के किनारे बनी सड़क पर तेज गति से आते सफेद ट्रक को भीड़ में खड़े लोगों को रौंदते देखने वाले रिपोर्टर ने ‘पूर्ण अराजकता’ के दृश्यों के बारे में बताया है। उन्होंने कहा, ‘हमने लोगों को मारे जाते और मलबे को हवा में उड़ते देखा। मुझे उड़ते मलबे से अपने आपको बचाना पड़ा।’
गृह मंत्री बेरनार कैजनोव ने घटनास्थल पर मौजूद संवाददाताओं को बताया कि मृतक संख्या 84 है और कई लोग घायल हुए हैं जिनमें से 18 की ‘हालत गंभीर’ है। यह फ्रांस में पिछले 18 महीने से भी कम समय में हुआ तीसरा आतंकवादी हमला है और अभियोजकों ने बताया कि आतंकवाद रोधी जांचकर्ता घटना की जांच करेंगे। इससे आठ महीने पहले ही पेरिस पर नाइटक्लब में हुए इस्लामिक स्टेट के हमलों में 130 लोगों की मौत हो गई थी जिसके कारण विश्व के शीर्ष पर्यटन स्थलों में शामिल फ्रांस के पर्यटन व्यवसाय को बड़ा झटका लगा था। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ‘भीषण आतंकवादी हमला प्रतीत होने वाली’ इस घटना की निंदा की है। अभी किसी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। ओलांद ने घोषणा की कि वह इस ताजा हमले के मद्देनजर फ्रांस में आपातकालीन स्थिति की अवधि तीन महीने और बढ़ाएंगे तथा सीरिया एवं इराक में जिहादियों के खिलाफ सरकारी कार्रवाई को ‘तेज करेंगे’। उन्होंने सैन्य प्रतिष्ठानों से भी देश की सुरक्षा सेवाओं को मदद देने की अपील की है। बहरहाल इस दुखद घटना की जितनी भी निंदा की जाये कम ही है।