सत्येन्द्र जैन ने तरुण सागर से की मुलाकात

नयी दिल्ली। संगीतकार एवं आम आदमी पार्टी के समर्थक विशाल डडलानी के ट्विटर पोस्ट पर उपजे विवाद के बाद दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री सत्येन्द्र जैन ने आज चंडीगढ़ में जैन मुनि तरुण सागर से मुलाकात की। डडलानी ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर हरियाणा विधानसभा में जैन मुनि के प्रवचन की आलोचना की थी। सत्येन्द्र जैन ने आज सुबह जैन मुनि से मुलाकात की जबकि जैन समुदाय के एक समूह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आवास पर आज डडलानी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
जैन ने कहा, ‘‘मैंने तरुण सागर महाराज से मुलाकात की और दो दिन पहले उठे विवाद पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ा और उन्होंने अनजाने में ऐसा करने वालों को क्षमा कर दिया है।’’ जैन ने कहा कि इस मामले को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया जा रहा है और जैन मुनि द्वारा अपराधियों को क्षमा करने के बाद अब इस मामले का बंद कर देना चाहिये। आप नेता ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कुछ लोग इस पर राजनीति करना चाहते हैं। अब इस मसले को बंद कर देना चाहिये। जबकि महाराज जी के विरोध में टिप्पणी करने वाले (कांग्रेस के) तहसीन पूनावाला ने माफी नहीं मांगी है और न ही सोनिया और राहुल गांधी समेत उनकी पार्टी के नेताओं ने अभी तक इस पर कोई खेद जताया है।’’ उन्होंने कहा कि इस मसले को राजनीति से दूर रखना चाहिये। जैन ने बताया कि वह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पहले ही डडलानी के ट्विटर पोस्ट पर माफी मांग चुके हैं।
जैन ने कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का संदेश भी लाया हूं कि उनके बारे में की गयी बातों से दुखी हैं, जबकि महाराज जी ने भूलवश ऐसा करने वालों को पहले ही माफ कर दिया है।’’ आप नेता ने डडलानी का बचाव करते हुये कहा कि उन्हें अपनी भूल का अहसास हो गया है और इस पूरे मसले से बहुत आहत हुये हैं। उन्होंने अपनी ट्वीट के लिए फिर से क्षमा मांगी है। जैन ने कहा, ‘‘विशाल को अहसास हो गया है कि उन्होंने गलती की है और वह इन सबसे बहुत आहत हैं। उन्होंने कई बार माफी मांगी है। यह विचारों की भिन्नता का विषय नहीं है, बल्कि यह अनजाने में इस्तेमाल किये गये शब्द का मामला है।’’
जैन ने उन आरोपों का खंडन किया है कि जैन मुनि से उनकी मुलाकात आम आदमी पार्टी का क्षतिपूर्ति के लिए किया गया प्रयास है। केजरीवाल समेत विभिन्न तबकों से मिली आलोचना से तिलमिलाये डडलानी ने रविवार को राजनीति के सक्रिय गतिविधियों और काम छोड़ने का ऐलान किया था। डडलानी ने शनिवार की अपनी पोस्ट को भी हटा दिया और क्षमा मांगते हुये कहा, ‘‘मैंने शांतिपूर्ण जैन समुदाय को आहत करके गलती की थी।’’ उन्होंने ट्विटर पर भी जैन मुनि से माफी मांगी।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने शुक्रवार को जैन मुनि को विधानसभा में ‘कड़वे प्रवचन’ देने के लिए आमंत्रित किया था। दिल्ली विधानसभा में इसी प्रकार के आमंत्रण के बारे में पूछने पर जैन ने कहा कि उन्हें इस प्रकार के कार्यक्रम के बारे में कुछ नहीं पता है और इस प्रकार के कार्यक्रमों के संबंध में केवल विधानसभा स्पीकर ही निर्णय करते हैं।