साली के प्यार में किया बीवी का कत्ल
देहरादून। रिश्तों को कलंकित करने वाला एक दर्दनाक किस्सा राजधानी दून में सामने आया है। जहां एक शौहर ने अपनी साली की चाहत में अपनी बीवी का ही कत्ल कर डाला। लव मैरेज के बाद युवक को पत्नी की बड़ी बहन से प्यार हो गया। एक दिन जब दोनों पकड़े गए तो पति-पत्नी के बीच अनबन बढ़ने लगी। इसी दौरान उसने टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल का एक एपिसोड देखा और पत्नी को मारने का आइडिया लेकर वारदात को अंजाम दिया। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के एसएसपी डॉ. सदानंद दाते ने हत्या के इस संगीन मामले का खुलासा करते हुए बताया कि क्लेमेनटाउन थाना क्षेत्र के मोथरोवाला में इमराना पति दानिश के साथ किराये के घर में रहती थी। ग्राम हसनपुर तहसील नगीना, बिजनौर उत्तर प्रदेश निवासी दानिश वर्ष 2010 में कॉलेज में पढ़ाई के लिए दून आया था। वह मोथरोवाला में किराये पर रहकर निजी ठेकेदार के साथ पार्ट-टाइम नौकरी भी कर रहा था।
इस बीच उसकी मुलाकात इमराना से हुई और दोनों में प्रेम हो गया। घरवालों की मर्जी के बगैर दो साल पहले दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद पत्नी की बड़ी बहन से प्यार हुआ। एसएसपी ने बताया कि बाद में दानिश इमराना की बड़ी बहन इरफाना के करीब आ गया। इमराना ने दोनों को साथ देख लिया था, जिसे लेकर पति-पत्नी में अनबन चल रही थी। इस बीच इरफाना ने दानिश को एक लाख रुपये देकर करनपुर में कंप्यूटर सेंटर भी शुरू कराया।
इमराना दानिश से बहन द्वारा दी गई रकम वापस मांग रही थी। इसी साल 18 अप्रैल को कंप्यूटर सेंटर में भी दानिश का पत्नी से विवाद हुआ। इसके बाद दानिश ने हत्या की साजिश रची और पलटन बाजार से 1700 रुपये का सूटकेस खरीदा। रात को वह घर पहुंचा और सोती हुई इमराना की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। अगले दिन शव को सूटकेस में रख वह जंगल में फेंक आया। आरोपी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक दानिश ने शव ठिकाने लगाते समय मोबाइल फोन बंद रखा, ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न हो सके।
फिर ससुरालियों से कहा कि इमराना कहीं चली गई है और उसका फोन भी बंद चल रहा है। 21 अप्रैल को क्लेमेनटाउन थाने में इमराना की गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस को एक महीने बाद 24 मई को इमराना की लाश मिली थी। पकड़े जाने पर दानिश ने इरफाना उसके पति शकील व देवर खलील को भी हत्या में फंसाने का प्रयास किया। इन तीनों ने इमराना के गायब होने पर दानिश से मारपीट की थी। पुलिस ने तीनों की भूमिका की संजीदगी से जांच की, लेकिन ये बेकसूर निकले।