सेना मुख्यालय पर हमला, 17 जवान शहीद
बारामूला। जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में सेना के 17 जवान शहीद हो गए। रविवार सुबह यहां स्थित सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर आतंकियों ने आत्मघाती हमला बोल दिया। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि सभी 4 आतंकियों को मार गिराया गया। हालांकि, सेना ने मुख्यालय परिसर और आसपास के इलाकों में इसके बाद भी तलाशी अभियान जारी रखा। आतंकियों से निपटने के लिए पैरा कमांडोज को हेलिकॉप्टर के जरिए मौके पर उतारा गया था।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले में एक आपाताकालीन बैठक बुलाई। घटना के कारण राजनाथ ने रूस और अमेरिका का अपना दौरा स्थगित कर दिया है। राजनाथ सिंह ने बताया कि उन्होंने होम सेक्रेटरी और गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर के हालात पर नजर रखने के लिए आदेश दिया है। राजनाथ के मुताबिक, उन्होंने इस हमले को लेकर राज्य के गवर्नर और मुख्यमंत्री से भी बात की।
रविवार सुबह चार से पांच बजे के बीच जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल के नजदीक उड़ी के सेना मुख्यालय में आत्मघाती आतंकी अंदर दाखिल हो गए। मुठभेड़ के दौरान मौके से लगातार फायरिंग और धमाकों की आवाजें आ रही थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंदर घुसते वक्त एक आतंकी ने आत्मघाती धमाका किया। उत्तरी कश्मीर का बारमूला जिला आतंकी गतिविधियों के लिहाज के काफी संवेदनशील है। बता दें कि 2 साल पहले भी आतंकियों ने इस इलाके में ऐसा ही हमला किया था। आतंकियों ने 5 दिसंबर 2014 को मोहरा में हमला किया था। इस वारदात में 10 जवान शहीद हो गए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उरी में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उरी में हुए कायराना हमले की हम निंदा करते हैं। उन्होंने देशवासियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि जो लोग इस हमले के पीछे हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। मोदी ने एक अन्य ट्वीट में उरी के शहीदों का श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हम उरी में शहीद हुए लोगों को सलाम करते हैं, राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा हमेशा स्मरण की जाएगी।