उत्तराखंड में सामने आए 104 नए कोरोना संक्रमित, संक्रमितों की संख्या पहुंची 3700 पार
देहरादून। उत्तराखंड में बुधवार को कोरोना संक्रमण के नये मामले सामने आए हैं। आज राज्य में 104 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही अब प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 3700 पार पहुंच गई है। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने इसकी पुष्टि की है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, आज सबसे ज्यादा 52 मामले देहरादून में सामने आए हैं। वहीं, नैनीताल में 24, चंपावत और पौड़ी में एक-एक, हरिद्वार में पांच, पिथौरागढ़ में सात, ऊधमसिंह नगर में चार और उत्तरकाशी में आठ संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इसके साथ ही अब प्रदेश में 3785 संक्रमित मरीज हो गए हैं।
बता दें कि आज 81 मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं। अब तक प्रदेश में 2948 संक्रमित मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। अभी भी 754 एक्टिव केस हैं। जबकि अब तक 50 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 77.89 फीसदी है और डबलिंग रेट 32.86 दिन है।
कोविड फ्री पर्यटकों को प्रदेश में आने अनुमति पर सोच कर लेंगे निर्णय: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने पर्यटकों के लिए उत्तराखंड आने की अनुमति से फिलहाल इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि सरकार के पास विचार आ रहे हैं कि जो लोग कोविड फ्री हो चुके हैं उन्हें आने की अनुमति दे दी जाए। लेकिन पिछले दो-तीन दिन से प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के मामले बढ़े हैं। इसलिए सरकार सोच विचार करके ही निर्णय लेगी।
मुख्यमंत्री बुधवार को सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद अब बाहरी राज्यों के पर्यटकों को राज्य में आने की अनुमति देने के प्रश्न पर सीएम ने कहा कि ऐसे कई विचार सरकार के पास आ रहे हैं। एक विचार यह भी है कि बहुत से लोग कोविड फ्री हो चुके हैं।
उनके अंदर एंटीबॉडी डेवलप हो चुकी है। ऐसे लोगों को प्रदेश में आने की अनुमति दी जानी चाहिए। ऐसे तमाम तरह के सुझावों पर सरकार सोच विचार करके निर्णय करेगी। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिन से केस बढ़ें हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही सरकार आगे का निर्णय लेगी।
होटल इंडस्ट्री एसोसिएशन का सुझाव
उत्तराखंड होटल इंडस्ट्री एसोसिएशन भी कायाकल्प टूरिज्म की वकालत कर रही है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप साहनी ने वेबिनार ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से सरकार को कोविड विजेताओं को उत्तराखंड में सैर करने की अनुमति देने का सुझाव दिया था।