8 साल की बच्ची को कहा Rape सेहतमंद है
मध्य प्रदेश स्थित कटनी, संगमरमर के लिए विख्यात है. साफ़-सुथरे. सफ़ेद संगमरमर. वही जिससे ताज महल बनाया गया है. पर संगमरमर के शहर से ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरी इंसानियत को कलंकित कर दिया है.
कटनी की पुलिस जब एक सरकारी अनाथालय का मुआयना करने गई, तो वहां एक 8 साल की बच्ची की हालत ने उन्हें चौंका दिया. उस बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स पर घाव थे.
पुलिस द्वारा पूछने पर बच्ची ने कहा,
‘भैया ने बोला ये सेहत के लिए अच्छा है.’
पुलिस ने तुरंत समझ लिया कि उस बच्ची का बलात्कार किया गया है. बच्ची ने अपनी जो कहानी बताई, जिसने पुलिस को भी अंदर तक झकझोर दिया. उस बच्ची का 2 महीनों तक एक ऐसे व्यक्ति ने यौन शोषण किया, जिसे वो ‘भैया’ बुलाती थी.
बच्ची इससे पहले 6 साल से कम उम्र के बच्चों के अनाथालय में थी और वहां के चपरासी ने ही उसके साथ बलात्कार किया था. आरोपी 30 साल का आदमी है और बच्ची के आरोप के आधार पर उसे गिरफ़्तार कर लिया गया.
बलात्कार से पीड़ित बच्ची ने 7 साल की बच्ची के Vagina में उंगलियां डालकर उसे ज़ख्मी कर दिया था. बच्ची को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. जब पुलिस ने ऐसा करने का कारण पूछा, तब मासूमियत से उसने उत्तर दिया,
‘भैया रोज़ मेरे साथ सोते थे. मैं जब भी कहती कि मुझे दर्द होता है, तो वो कहते कि ये मेरी सेहत के लिए अच्छा है.’
बच्ची की काउंसिलिंग चल रही है. 7 साल की बच्ची अस्पताल में है, पर उसकी हालत में सुधार है.’
बच्चे सबसे ज़्यादा असुरक्षित होते हैं, उन्हें पता ही नहीं चलता कि उनके साथ जो हो रहा वो ग़लत है. बहुत से बच्चों को तो ये लगने लगता है कि यौन शोषण सबकी ज़िन्दगी का हिस्सा है. वहीं कुछ को डर लगता है कि अगर किसी को पता चल गया तो उन्हें डांट पड़ेगी.
कटनी की घटना से ये साफ़ है कि उस 8 साल की बच्ची यौन शोषण को नॉर्मल मानने लगी थी और इसलिए अपने से छोटी उम्र की लड़की के साथ भी उसने वही किया.
हम ऐसे समाज में रहते हैं, जहां बलात्कार या छेड़-छाड़ को लड़कियों के चरित्र से जोड़ दिया जाता है. 6 साल की बच्ची का चरित्र