तेलंगाना के वारंगल में कुएं से रहस्यमयी हालत में निकाले गए 9 शव, पढ़िये पूरी खबर
हैदराबाद। तेलंगाना में वारंगल के सीमावर्ती इलाके में एक कुआं रहस्य का केंद्र बना हुआ है। किसी सस्पेंस थ्रिलर मूवी की तरह इस कुएं से लगातार शव निकल रहे हैं। दरअसल, इस इलाके को गोरेकुंटा कहा जाता है। यहां गोदाम के पास एक कुआं है। गुरुवार को इस कुएं से 4 शव मिले थे। आज 5 और शव इसी कुएं से निकाले गए। इतनी बड़ी संख्या में इस कुएं से निकल रहे शवों को देखकर पुलिस भी सकते में है।
चूंकि, इन शवों पर किसी तरह के कोई घाव नहीं है। ऐसे में इनकी मौत कैसे हुई? इसी गुत्थी को सुलझाने में वारंगल पुलिस जुटी हुई है। ऐसी आशंका है कि इस कुएं से और भी शव निकाले जा सकते हैं।
इन लोगों की हत्या हुई या यह आत्महत्या है?
पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि इस कुएं से बरामद हुए 9 शवों में से 6 तो एक ही परिवार के सदस्यों के हैं। ये सभी पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूर बताए जा रहे हैं। इनमें मकसूद (50 वर्ष) उसकी पत्नी निशा (45 वर्ष) बेटी बसरा (20 वर्ष) और बसरा का तीन साल का बच्चा भी शामिल है।
वहीं, आज कुएं से निकाले गए शवों में शादाब (22 वर्ष), सोहैल (20 वर्ष), बिहार निवासी श्याम (22 वर्ष), श्रीराम (20 वर्ष) और वारंगल के शकील नाम के व्यक्ति की पहचान हुई है। इन शवों को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम हॉस्पिटल भेज दिया गया है।
कमिश्नर ने बताया- गोदाम मालिक ने पुलिस को सूचना दी
वारंगल के कमिश्नर रविंदर ने बताया की मृतक मकसूद बीस साल पहले रोजगार की तलाश में वारंगल आया था। तभी से वह अपने परिवार के साथ यहां रह रहा था। हाल ही में लॉकडाउन लगा तो वह अपने परिवार के साथ इसी गोदाम में रहने आ गया था।
वहीं, पास में बिहार निवासी श्याम और श्रीराम भी रह रहे थे। गुरुवार को जब गोदाम का मालिक संतोष यहां आया तो उसे कोई भी नजर नहीं आया। उसने ढूंढा तो पुराने कुएं में इनके शव नजर आए। इसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने इमरजेंसी रेस्क्यू टीम के सदस्यों की मदद से शवों को बाहर निकाला। पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। उनसे पूछताछ कर मामले की जांच की जा रही है।