उत्तराखंड की जनता पूछ रही कब रुकेगा पलायन: इमरान अहमद
देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों से हो रहे पलायन को रोकने में राज्य की भाजपा सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। यदि बीते कुछ सालों की बात की जाए तो उत्तराखंड में तेजी से पलायन हुआ है, किन्तु इस ओर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। ये कहना सोनिया गांधी विचार मंच के राष्ट्रीय महासचिव इमरान अहमद का।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहां कि उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार राज्य से हो रहे पलायन को रोकने के लिए कोई प्रयास करती नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा की डबल इंजन की सरकार है, बावजूद इसके सरकार राज्य के हित के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
इमरान अहमद ने कहा कि चाहे भाजपा के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हो या उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दोनों ही अपने बयानों में पहाड़ो से पलायन रोकने और राज्य में रोजगार के अवसर मुहैया कराए जाने की बातें करते हैं किंतु जमीनी हकीकत इससे काफी परे है। इमरान अहमद ने कहा कि राज्य में आज भी सुविधाओं और रोजगार का अभाव है। पहाड़वासी आज भी चिकित्सा व्यवस्था ना होने की वजह से बीमारियों से जूझ रहे हैं। गंभीर बीमारी या हादसा हो जाने पर रोगी को देहरादून रेफर किया जाता है किंतु पहाड़ों में उनका समुचित इलाज आज भी नहीं हो पाता।
यही नहीं पलायन के चलते पहाड़ के कई गांव खाली हो चुके हैं। युवा रोजगार की तलाश में मैदानों का रुख कर रहा है यह बड़े दुर्भाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि इसे विडंबना ही कहा जाए की देश और राज्य के विकास के बड़े-बड़े दावे करने वाली भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकारों के मंत्री जनता के हितों के लिए कुछ ना कर महज अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं।
मानो देश को धर्म और जाति के नाम पर बांटकर, जनता को विकास और अच्छे दिनों के झूठे सब्जबाग दिखाकर व गुमराह कर वे दोबारा सत्ता हासिल कर लेंगे किंतु अब ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। देश और राज्य की जनता पूरी तरह से भाजपा के इस खेल को समझ चुकी है और बीजेपी नेताओं के चेहरे से नकाब उतर चुका है। अब जनता पूरा हिसाब मांगने के मूड में है और इसका खामियाजा आने वाले आम चुनावों में भाजपा को भुगतना पड़ेगा।