हरियाणा में महिला से सामूहिक दुष्कर्म मामले में बड़ा खुलासा, पति ही निकला मास्टरमाइंड
पंचकूला। हरियाणा के मोरनी में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। महिला को उसके पति ने ही मोरनी के गेस्ट हाउस में देह व्यापार के लिए भेजा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि उसकी गेस्ट हाउस के मालिक से मिलीभगत थी और महिला इससे अनजान थी। इसम मामले में इससे पहले गेस्ट हाउस के मालिक सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ कि महिला के पति की गेस्ट हाउस के मालिक से मिलीभगत थी और उसने पत्नी को काम करने के बहाने वहां भेज दिया। इसका खुलासा गेस्ट हाउस के मालिक सुनील सन्नी और अन्य आरोपितों से पूछताछ में हुुआ। इसके बाद पंचकूला पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
पूरे मामले में पंचकूला के डिप्टी पुलिस कमिश्नर राजेंद्र कुमार मीणा ने प्रेस कान्फ्रेंस में खुलासा किया। उन्हाेंने कहा कि दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला की गेस्ट हाउस से पति से फोन पर लगातार बातचीत हाेती थी। इसकी कॉल रिकार्डिंग भी मिल गई है। जबकि, पीड़ित का कहना था कि उसका फ़ोन छीन लिया जाता था और पति से बातचीत नहीं हो पाती थी।
उन्हाेंने कहा कि दंपती पहले भी ऐसी गतिविधियों में शामिल रहे थे। इसलिए देह व्यापार के आरोपों के तहत ही महिला के पति को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि एसआइटी पूरे मामले की सभी एंगल से जांच कर रही है। बताया जाता है कि सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपित गेस्ट हाउस मालिक सन्नी ने पुलिस को पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि पीड़िता के पति को इस घटनाक्रम की पूरी जानकारी थी। उसके (सन्नी) और महिला के पति के बीच इसको लेकर पैसे की डील भी हुई थी।
पुलिस ने महिला के पति को गिरफ्तार करने के बाद पंचकूला के जिला कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस को सन्नी और महिला के पति के बीच की बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग और कॉल डिटेल्स मिली हैं।
बता दें कि मोरनी के एक गेस्ट हाउस में 22 वर्षीय महिला से चार दिन तक 40 लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का खुलासे से हड़कंप मच गया था। महिला अौर उसके पति ने आरोप लगाया था कि गेस्ट हाउस में उसको नशा देकर दुष्कर्म किया जाता था। महिला का कहना था कि उसे नशा खिलाकर रोज 9 से 10 व्यक्ति सामूहिक दुष्कर्म करते थे। मामले के खुलासे के बाद हड़कंप मच गया और इस पर राजनीति भी गर्मा गई। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस पर ट्वीट किया है।
इस मामले में चार पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके हैं। अन्य दो पुलिस अफसरों पर भी गाज गिरी है। महिला थाना प्रभारी राजेश कुमारी को थाने से हटा दिया गया अौर एसीपी ममता सौदा से महिला पुलिस थाने का सुपरविजन वापस ले लिया गया।
महिला ने बताया था कि वह गेस्ट हाउस से किसी तरह बचकर भागी और अपने पति को फोन कर सारी कहानी बयां की। महिला ने बताया कि वह किसी तरह बस से पंचकूला पहुंची और वहां से उसका पति उसे महिला पुलिस थाने ले गया। लेकिन, वहां पर पुलिस द्वारा कोई सुनवाई नहीं की गई और उसे मनीमाजरा भेज दिया गया। युवती ने मनीमाजरा पुलिस को पूरी घटना बताई। चंडीगढ़ पुलिस ने केस दर्ज करके लवली रिजॉर्ट के मालिक एवं मैनेजर को गिरफ्तार कोर्ट में पेश करके न्यायिक हिरासत मेें भेज दिया।
मामला पंचकूला के अधिकार क्षेत्र का होने के कारण चंडीगढ़ पुलिस ने पिछले शुक्रवार को केस पंचकूला ट्रांसफर कर दिया। पंचकूला में केस ट्रांसफर होते ही पुलिस कमिश्नर चारु बाली ने तीन पुलिस कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और मामले की जांच के लिए एसीपी अंशु सिंगला की अगुवाई एसआइटी बना दी।
यह है घटनाक्रम
मनीमाजरा निवासी महिला ने पुलिस को दिए 164 के बयान में बताया था कि लवली गेस्ट हाउस का मालिक सुनील सन्नी उसके पति का जानकार था। सन्नी ने उसके पति को कहा था कि उसे रायपुररानी की तरफ काम के लिए एक महिला की जरूरत है। इसके बाद उसने सन्नी को अपनी पत्नी को काम पर रखने के लिए कहा था। 15 जुलाई को वह पत्नी को रामगढ़ ले गया था, जहां से आगे होटल मालिक सुनील उसे कार में बैठाकर फार्म हाउस ले गया।
महिला के अनुसार, उस रात उसने खाने में कुछ नशीली दवाई मिला दी थी। जिसके बाद 15, 16, 17 व 18 जुलाई तक पहले सन्नी और उसके बाद उसके दोस्तों ने बारी-बारी से उससे दुष्कर्म किया। रोजाना उसके साथ 10 से 12 लोग दुष्कर्म करते थे। 16 जुलाई को उसने अपने पति को इस बारे में बताने की कोशिश की, लेकिन सन्नी ने उसके मोबाइल को छीन लिया था। पति भी जब महिला को फोन करता था, तो वह रोती थी, लेकिन आरोपितों के डर के कारण कुछ नहीं कह पाती थी। सन्नी इस दौरान महिला से फोन छीन लेता था।
इसके बाद पति ने आरोपित सुनील को फोन किया तो वह बार-बार फोन काट देता था और फिर फोन ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। पति ने फिर सुनील को फोन करके कहा कि इसे भेज दो तो वह उसे धमकियां देने लगा।
नशा देकर महिला से रोज किया जाता था दुष्कर्म
महिला ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि आरोपित नशे के इंजेक्शन देने की धमकी देता था, उसके खाने में नशा मिलाकर बेहोश कर देते थे। महिला ने कहा था कि 15 से 18 जुलाई तक उससे रोजाना अलग-अलग लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। जब उसने कुछ आरोपितों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि वह पुलिस वाले हैं। कभी 10, तो कभी 11 लोग सामूहिक दुष्कर्म करते थे। 18 जुलाई को महिला ने अपने पति को फोन पर कहा कि वह बहुत तंग है और यहां नहीं रुकना चाहती।
उस समय महिला ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह 18 जुलाई की रात को वह वहां से किसी तरह भाग गई और उसके बाद अपने पति को कॉल कर इस बारे में बताया था। पति ने बताया था कि जब उसकी पत्नी का कॉल आया, तो वह पंचकूला बस स्टैंड पहुंचा और वहां से उसे लेकर सेक्टर-5 महिला पुलिस थाने ले गया। पीड़िता के अनुसार, जब उसने कुछ आरोपितों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि कि वे पुलिसवाले हैं।
महिला के पति ने अपने बयान में कहा था कि लवली गेस्ट हाउस के मालिक सुनील सन्नी ने कहा था कि उसे रायपुररानी की तरफ सफाई के लिए एक महिला की जरूरत है। उसके बाद उसने पत्नी को ही काम करने के लिए भेज दिया। सुनील ने कहा था कि उसके रहने खाने का प्रबंध भी हमारा होगा। पर आरोपित सुनील युवती को फार्म हाउस की बजाय मोरनी के लवली गेस्ट हाउस ले गया। वहां से उसे नशे के इंजेक्शन देने की धमकी दी जाती। उसके खाने में नशा मिलाकर बेहोश कर देते थे।
पति ने बताया था कि वह पत्नी पंचकूला बस स्टैंड से लेकर सेक्टर 5 थाना पहुंचा तो उसे मौके पर एक महिला एएसआइ मिली थी, जिसे सारी वारदात की जानकारी दी। इसके बाद उसकी मोबाइल पर एक अधिकारी से बात करवाई गई। इसके बाद उसे कहा गया कि तुम्हारा केस मनीमाजरा में हैंडल होगा। हमें यहां करीब तीन से चार घंटों तक इंतजार भी करवाया गया, लेकिन एक कॉल के बाद जाने के लिए बोल दिया गया।
नहीं थी कोई पीसीआर
महिला ने बताया था कि जब पंचकूला के सेक्टर 5 पुलिस थाने पहुंची तो वहां कोई पीसीआर उपलब्ध नहीं थी। कंट्रोल रूम ने महिला थाने की पुलिस को पीसीआर उपलब्ध न होने की बात कही थी।
पहले दवाई दिलवा दो
बस स्टैंड आने पर पति ने पत्नी को कहा था कि चलो महिला थाने में शिकायत दर्ज करवाते हैं, परंतु महिला ने कहा कि मुझे चक्कर आ रहे हैं, पहले दवाई दिलवा दो। उसे वह नागरिक अस्पताल सेक्टर 6 ले गया। जहां पर महिला ने सारी बात बता दी। डॉक्टरों ने पुलिस को बुलाने के लिए कहा। पति ने 100 नंबर पर फोन किया, तब भी कोई नहीं आया। इसके बाद पुलिस ने कह दिया कि तुम्हारा केस मनीमाजरा में बनता है।
पीड़ित महिला पति के साथ मनीमाजरा थाने पहुंची, जहां पर सारी बात बताई। चंडीगढ़ पुलिस ने तुरंत केस दर्ज करके लवली गेस्ट हाउस पर रेड मारी और आरोपित सुनील, मैनेजर अवतार को गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें बाद में कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बाद में केस को पंचकूला पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया।