गंगा में विलीन हुए वाजपेयी, बेटी ने विसर्जित की अस्थियां
हरिद्वार। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां गंगा में विसर्जित कर दी गई हैं। रविवार यानी 19 अगस्त को अटल जी की बेटी नमिता और नातिन निहारिका ने उनकी अस्थियां हरिद्वार के हर की पैड़ी घाट के ब्रह्मकुंड में विसर्जित की। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी घाट पर उपस्थित रहे। इससे पहले दो किलोमीटर की अस्थि कलश यात्रा भी निकाली गई। यह यात्रा हरिद्वार के भल्ला ग्राउंड से शुरू होकर हर की पैड़ी घाट पर खत्म हुई। कलश यात्रा से लेकर हर की पैड़ी घाट पर अटल जी की अस्थि विसर्जन कार्यक्रम के दौरान भारी संख्या में उनके समर्थक भी मौजूद रहे। लोगों ने नम आंखों से अपने नेता को विदाई दी।
अटल जी के परिवार ने रविवार की सुबह दिल्ली के स्मृति स्थल जाकर उनकी अस्थियां एकत्रित की और उन्हें फिर दोपहर को सेना के विशेष विमान से देहरादून और फिर हरिद्वार लाया गया। अटल जी की अस्थियों का विसर्जन देश की 100 अन्य पवित्र नदियों में भी किया जाएगा। बीजेपी ने हाल ही में एक सूची जारी की थी, जिसमें 15 दिनों के कार्यक्रम का ब्यौरा है। उसमें जानकारी दी गई है कि पूर्व पीएम की अस्थियां कौन-कौन सी नदियों में प्रवाहित की जाएंगी और कहां-कहां उन्हें लेकर प्रार्थना सभाओं का आयोजन होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक दिवंगत प्रधानमंत्री की याद में सभी राज्यों में 10-15 दिनों तक सामूहिक प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसकी शुरुआत 20 अगस्त को दिल्ली से होगी।
इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में शाम चार बजे से छह बजे तक के.डी. जाधव भवन में सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी दल शामिल होंगे। बीजेपी के प्रवक्ता भूपेंद्र यादव ने शनिवार को कहा था कि अटलजी का लखनऊ से गहरा लगाव था, इसलिए 23 अगस्त को वहां भी उनकी स्मृति सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें योगी आदित्यनाथ, राजनाथ सिंह और अटलजी के परिवार के सदस्य शामिल होंगे। उनकी राख उसी दिन गोमती में प्रवाहित की जाएगी। बता दें कि वाजपेयी का गुरुवार को एम्स में 93 साल की उम्र में निधन हो गया था। शुक्रवार को स्मृति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया गया था।