कमलनाथ होंगे मध्य प्रदेश के नये मुख्यमंत्री
भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ राज्य के नये मुख्यमंत्री होंगे। राजधानी भोपाल में आयोजित पार्टी विधायक दल की बैठक में कमलनाथ को नेता चुना गया। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद के अन्य दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। कमलनाथ के नाम का ऐलान होते ही बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक सड़कों पर उतर आये और नारों के साथ नये मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कमलनाथ के नाम का ऐलान किया। कमलनाथ ने इस अवसर पर पार्टी आलाकमान और विधायक दल का धन्यवाद किया और कहा कि मैंने कभी पद की कोई माँग नहीं की और मुझे पद की कोई भूख नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का पद मेरे लिए मील का पत्थर है और आने वाला वक्त चुनौतियों से भरा है। लेकिन हम सब मिलकर वचन को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने संजय गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के साथ भी काम किया है।
कमलनाथ ने कांग्रेस का समर्थन करने वाले निर्दलीय विधायकों और अन्य दलों का भी धन्यवाद दिया और मतदाताओं को विश्वास दिलाया कि मध्य प्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मतदाताओं ने सच्चाई का साथ दिया इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद। कमलनाथ ने कहा कि मैं शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे राज्यपाल आनंदी बेन से मिलकर सरकार गठन को लेकर चर्चा करूंगा और जल्द ही शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।
इससे पहले, कमलनाथ और सिंधिया ने इससे पहले दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। कांग्रेस विधायक दल की मंगलवार को भी बैठक हुई थी जिसमें विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दे दिया गया था। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है हालांकि वह बहुमत से मात्र दो सीट पीछे रह गयी लेकिन पार्टी को बसपा, सपा और कुछ निर्दलीयों का समर्थन मिल गया और कांग्रेस ने 121 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश किया है।