सरकार की इस योजना के लिए अपने परिवार से नाता तोड़ रहे लोग!
देहरादून। आम लोगों को सहुलियत प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही उज्ज्वला योजना का मुफ्त गैस सिलिंडर पाने के लिए नौ हजार लोगों ने अपने परिवार से नाता तोड़ दिया। असल में भले ही वह परिवार के सदस्य हों, लेकिन दस्तावेज में अब उनका अलग परिवार है। हालांकि इसके बावजूद गैस कनेक्शन पाने की उनकी साजिश कामयाब नहीं हो पाई। स्क्रूटनी के दौरान ही तेल कंपनियों ने ऐसे सभी नौ हजार आवेदनों को निरस्त कर दिया।
केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री उज्ज्वजा योजना उन लोगों के लिए शुरू की गई थी, जो गरीब परिवारों से ताल्लुक रखते है और उन घरों में महिलाएं अभी भी चूल्हे पर खाना बनाती है। प्रदेश में बड़े पैमाने पर इस योजना का लोगों ने लाभ लिया है। चूंकि इस योजना के तहत गैस कनेक्शन मुफ्त दिए जा रहे हैं, तो कई लाभार्थी परिवार के लोग इसे दोबारा पाने के लिए गलत तरीकों का इस्तेमाल करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
चूंकि तेल कंपनी ने सभी गैस कनेक्शन ऑनलाइन कर रखे हैं। हर लाभार्थी परिवार के मुखिया समेत सभी सदस्यों के नाम और उनके आधार नंबर पोर्टल में दर्ज किए गए हैं। लिहाजा आवेदन पोर्टल पर अपलोड करते ही अलग परिवार की पहचान के तौर पर फार्म भरने के बावजूद यह पता चल जाता है कि अमुक आवेदक फलां परिवार से हैं, जिसे योजना के तहत पहले ही लाभ प्राप्त हो चुका है।
हाल ही में तेल कंपनी ने पोर्टल पर छंटनी की तो पता चला कि ऐसे नौ हजार आवेदन उज्ज्वला योजना के तहत किए गए हैं, जिन लोगों के परिवार को पूर्व में गैस कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं। मामले का खुलासा होने के बाद तेल कंपनी से सभी आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है।
इस बारे में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के एरिया मैनेजर सुधीर कश्यप का कहना है कि पोर्टल पर अभी तक जिले के नौ हजार आवेदन ऐसे पाए गए हैं जो उस परिवार से संबंधित सदस्यों के हैं, जिन्हें पहले ही योजना का लाभ मिल चुका है। ऐसे आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। साथ ही गैस एजेंसियों को चेतावनी दी है कि वह उपभोक्ताओं के आवेदन को अपने पोर्टल पर जांच करने के बाद ही तेल कंपनी के पोर्टल पर अपलोड करें।