जानिए आखिर क्यों हर महीने 20 लाख अकाउंट डिलीट कर रहा व्हाट्सएप
नई दिल्ली। पॉप्युलर मेसेजिंग प्लैटफॉर्म WhatsApp फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ शख्त कदम उठाते हुए हर महीने करीब 20 लाख वॉट्सऐप अकाउंट डिलीट कर रहा है। दरअसल, कंपनी ने एक मशीन लर्निंग सिस्टम तैयार किया है जिसके जरिए वह ऐसे अकाउंट की पहचान कर रही है जो एक साथ कई लोगों को मेसेज भेजते हैं, जिसे बल्क मेसेजिंग भी कहा जाता है।
साथ ही इस मशीन से उन नंबर्स की भी पहचान की जाती है, जो अलग-अलग अकाउंट्स बनाकर कंपनी की नीतियों के खिलाफ काम करते हैं। मशीन लर्निंग सिस्टम उन नंबर्स को डिटेक्ट करता है जो गलत और संदिग्ध कॉन्टेंट के लिए रिपोर्ट किए गए होते हैं। इस मशीन के जरिए उन यूजर्स को टारगेट किया जाता है जो स्पैम मेसेज भेजते हैं।
ऐसे में जब ये यूजर्स उसी नंबर से दोबारा रजिस्ट्रेशन करने की कोशिश करते हैं तो यह सिस्टम उन्हें बैन कर देता है। बैन हुए इन 20 लाख अकाउंट में से 75 पर्सेंट अकाउंट ऐसे हैं जिन्हें बिना रिपोर्ट के बैन किया गया है, वहीं 25 फीसदी ऐसे हैं जिनकी पहचान रजिस्ट्रेशन के वक्त हुई और इसके बाद उन्हें बैन किया गया।
दरअसल, पिछले काफी वक्त से फेक कॉन्टेंट शेयर करने वालों की तादाद तेजी से बढ़ी है, ऐसे में मैनुअली इनपर लगाम लगाना काफी मुश्किल था। इसी वजह से मशीन लर्निंग सिस्टम तैयार किया गया, जिससे ऐसे अकाउंट्स की पहचान कर उन्हें बैन करना काफी आसान हो गया है।
वॉट्सऐप का कहना है कि इस प्लैटफॉर्म पर यूजर्स सिर्फ गलत खबरें ही नहीं, बल्कि ऐसे लिंक भी शेयर करते हैं जिससे यूजर्स की निजी जानकारी चोरी होने का खतरा भी रहता है। एक बयान में कंपनी ने कहा, ‘ऑटोमैटिक और बल्क मेसेजिंग हमारी नीतियों के खिलाफ है और हमारी प्राथमिकता इस तरह के दुरुपयोग को रोकना है।’