जानिए तनाव के बीच कैसे हैं कश्मीर के हालात
श्रीनगर। पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव का दौर चल रहा है। जिसका सीधा असर जम्मू कश्मीर के जनमानस पर पड़ रहा है। कश्मीर के लोग दोनों देशों के बीच तनाव की खबरों से डर के साए में जी रहे हैं। भारत द्वारा बीते मंगलवार को पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी कैंपों पर एअर स्ट्राइक करने के बाद जम्मू कश्मीर के लोगों के इस डर में इजाफा ही हुआ है।
घाटी में अफवाहों का दौर चल रहा है, इंटरनेट की स्पीड काफी कम हो गई है, स्कूल -कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। स्कूलों में शीतकालीन छुट्टियां दो बार बढ़ायी जा चुकी हैं। वहीं राज्य में मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। घाटी की सड़कों पर ट्रैफिक काफी कम दिखाई दे रहा है। इसके पीछे की वजह जम्मू कश्मीर में पेट्रोल डीजल की कमी को बताया जा रहा है। बहरहाल इन सभी कारणों से कश्मीर घाटी में एक बैचेन करने वाली शांति छायी हुई है।
बुधवार को जम्मू-श्रीनगर हाइवे लैंडस्लाइड के चलते करीब 5 घंटे तक बंद रहा। वहीं इसी दौरान पाकिस्तान विमानों द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ की खबरों के बाद एहतियातन कई हवाई अड्डे बंद कर दिए गए थे, जिसमें जम्मू कश्मीर के हवाई अड्डे भी शामिल थे। इन सब हालातों के चलते करीब 5 घंटे तक कश्मीर घाटी का बाकी देश के साथ संपर्क टूटा रहा। बुधवार की देर रात तेल के टैंकर घाटी पहुंचे, जिसके बाद लोगों की भारी भीड़ पेट्रोल पंपों पर देखी गई। लोगों में आने वाले दिनों को लेकर आशंकित हैं।
घाटी में जगह-जगह युद्ध को लेकर बातें हो रही हैं, वहीं सीमावर्ती इलाकों में लोग विशेष सतर्कता बरत रहे हैं। सीमावर्ती इलाकों में लोग सीमापार से होने वाली गोलीबारी, बंकरों के निर्माण और विस्थापन जैसे मुद्दों पर चर्चा करते दिखाई दे रहे हैं। कश्मीर के लोगों और उनके रिश्तेदारों के बीच फोन कॉल्स और संदेशों का आदान-प्रदान हो रहा है। किसी भी स्थिति के लिए लोगों ने जरुरत के सामान का स्टॉक घर में जमा कर रख लिया है।