सकुशल अपने वतन लौट आये अभिनंदन
अटारी बॉर्डर/नई दिल्ली। भारी दबाव और घंटों इंतजार के बाद पाकिस्तान ने आखिरकार शुक्रवार रात करीब 9.20 बजे भारतीय जांबाज पायलट अभिनंदन वर्तमान को भारत को सौंप दिया। अटारी बॉर्डर पर भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों और बीएसएफ ने पायलट को रिसीव किया। हालांकि आखिरी समय में भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। भारत के बीटिंग रीट्रीट समारोह कैंसल करने के बाद भी उसने दुनिया को दिखाने के लिए यह प्रोग्राम किया और इसके खत्म होने के बाद भी कागजी कार्रवाई के नाम पर घंटों की देरी की।
आपको बता दें कि पहले दोपहर 2 बजे का टाइम तय किया गया था लेकिन पाकिस्तान ने समय दो बार बदला और प्रक्रिया को लंबा खींचता गया। सूत्रों ने बताया है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मामले पर बराबर नजर रखी। घंटों की देरी के बाद भी सुबह से बॉर्डर पर जमे भारतीयों का जोश काफी हाई था। यहां मौजूद लोग ढोल-नगाड़े बजाते हुए ‘अभिनंदन है, अभिनंदन है’ के नारे लगाते रहे। अपने बहादुर जवान को देखने और उनका स्वागत करने के लिए बॉर्डर पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। हालांकि शुक्रवार शाम 4.30 के बाद से रात 9.20 बजे तक घटनाक्रम को लेकर काफी उहापोह की स्थिति बनी रही।
बताया जा रहा है कि देर शाम बॉर्डर पर अभिनंदन के पहुंचने के बाद कागजी कार्रवाई पूरी की गई। प्रोटोकॉल के तहत अभिनंदन का मेडिकल चेकअप किया जाएगा। अब अटारी बॉर्डर से अभिनंदन को सीधे अमृतसर एयरपोर्ट की तरफ ले जाया जाएगा, जहां से वह वायुसेना के विशेष विमान से दिल्ली पहुंचेंगे। आपको बता दें कि एक दिन पहले भारत के संभावित ऐक्शन से घबराए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए अभिनंदन को छोड़ने की घोषणा की थी।
दुश्मन के कब्जे में होने के बाद भी अभिनंदन ने पूरे साहस और दृढ़ता के साथ पाक अफसरों की आंखों में आंखें डालकर सवालों का जवाब उतना ही दिया, जितना जेनेवा कन्वेंशन के तहत ऐसे समय में दिया जाना चाहिए। सोशल मीडिया पर सामने आए विडियो में साफ देखा गया कि पूछताछ के दौरान वह बड़ी बहादुरी से पाक अफसरों का जवाब देते रहे पर सिर को झुकने नहीं दिया और कोई महत्वपूर्ण जानकारी नहीं दी।