स्मृति ने बीजेपी कार्यकर्ता के शव को दिया कंधा, शनिवार को हुई थी हत्या
अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी में नवनिर्वाचित सांसद स्मृति इरानी के सहयोगी सुरेंद्र प्रताप सिंह की हत्या से हड़कंप मच गया है। रविवार दोपहर नई दिल्ली से अमेठी परिवार से मुलाकात करने पहुंचीं स्मृति इरानी ने सुरेंद्र के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़वाने का आश्वासन दिया। भावुक स्मृति इरानी सुरेंद्र सिंह की शवयात्रा के दौरान उनके शव को कंधा देती भी दिखीं।
सुरेंद्र सिंह की शवयात्रा के दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री और विधायक भी मौजूद रहे। सुरेंद्र के परिवार ने हत्या के पीछे सियासी रंजिश को वजह बताया है। रविवार सुबह सुरेंद्र के बेटे अभय ने आरोप लगाया, ‘स्मृति इरानी की जीत को लेकर हम लोग जश्न भी मना रहे थे, जो कई कांग्रेस समर्थकों को अच्छा नहीं लगा। कहीं ना कहीं राजनीतिक रंजिश के चलते पिता की हत्या की गई। हम स्मृति इरानी से अपील करते हैं कि पिता के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाएं।’
बता दें कि शनिवार देर रात करीब 3 बजे कुछ अज्ञात हमलावरों ने सुरेंद्र सिंह की घर में घुसकर हत्या कर दी थी। हत्या के वक्त सुरेंद्र सिंह घर के बरामदे में सो रहे थे, तभी उन पर गोलियों से हमला हुआ। सुरेंद्र सिंह बरौलिया के प्रधान रह चुके हैं। बरौलिया वही गांव है, जिसे राज्यसभा सांसद रहते तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने गोद लिया था।
सुरेंद्र सिंह ने 2019 लोकसभा चुनाव में स्मृति इरानी के चुनाव प्रचार में काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। उनको करीब से जानने वाले लोगों के मुताबिक कई गांवों में उनका खासा प्रभाव था, जिसका फायदा इस चुनाव में स्मृति इरानी को मिला। कांग्रेस के गढ़ अमेठी में कमल खिलाने का श्रेय काफी हद तक सुरेंद्र सिंह को भी जाता है।
इससे पहले रविवार सुबह सुरेंद्र सिंह के घर पहुंचे उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि हत्यारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी, यह बेहद जघन्य अपराध है। रजा अमेठी के प्रभारी मंत्री भी हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता की हत्या अत्यंत दुखद है। वह मेहनती कार्यकर्ता थे। उन्होंने कहा, ‘भले ही हत्यारे जमीन के भीतर क्यों न छिपे हों, हम उन्हें ढूंढकर निकाल लाएंगे। इस घटना से पूरा अमेठी दुखी है।’
सुरेंद्र सिंह के परिवार ने हत्या का आरोप स्थानीय कांग्रेस नेताओं पर लगाया है। फिलहाल पुलिस सात संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। मुख्यमंत्री ने डीजीपी को जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने का आदेश दिया है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, ‘केस की गहन जांच जारी है। हमें कुछ अहम सबूत मिले हैं। अभी तक पूछताछ के लिए हमने 7 लोगों को हिरासत में लिया है और हमें पूरा भरोसा है कि अगले 12 घंटे के अंदर हम इस केस सुलझा लेंगे। फिलहाल कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है। हमने ऐहतियातन 3 कंपनी पीएसी लगा रखी है।’