दिल्ली के तिहरे हत्याकांड में कॉन्डम बनेगा बड़ा सबूत
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के वसंत विहार में हुए ट्रिपल मर्डर को फूलप्रूफ बनाने के लिए आरोपी ने पूरी रणनीति बना रखी थी लेकिन जब करीब दस दिन तक रिमांड में दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई तो उनका सारा प्लान धरा रह गया। क्राइम ब्रांच ने बुजुर्ग दंपती के घर से चोरी किया गया माल और नर्स के सिरहाने पर रखे कॉन्डम के सीरियल नंबर वाले अन्य कॉन्डम भी आरोपियों की निशानदेही पर रिकवर कर लिए। पत्नी के मर्डर के आरोप में पांच साल तक जेल में रहने के बावजूद बाइज्जत बरी होने वाले ट्रिपल मर्डर के आरोपी के खिलाफ मजबूत केस बनाने में क्राइम ब्रांच कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
वसंत विहार में 22 जून को ट्रिपल मर्डर हुआ था। पुलिस को भटकाने के लिए आरोपी मनोज भट्ट ने बुजुर्ग दंपती के घर में रहने वाली नर्स खुशबू के बिस्तर पर एक कॉन्डम रख दिया था। वारदात को अंजाम देने से पहले वो एक कॉन्डम का पैकेट खरीदकर लाया था। इसका मकसद पुलिस की जांच को भटकाना था, जिसमें वह कुछ हद तक सफल भी हो गया था। साउथ जिला पुलिस की जांच इस दिशा में घूमती रही। आरोपी मनोज और प्रीति को रिमांड पर लेने के बाद क्राइम ब्रांच के लिए वारदात में इस्तेमाल हथियार और खून से सने कपड़े बरामद करना सबसे बड़ी चुनौती थी।
दोनों आरोपियों को पुलिस ने दस दिन की रिमांड के दौरान पुलिस उन्हें गुरुग्राम ले गई थी। इनकी निशानदेही पर एक खाली प्लॉट के भीतर पड़े कचरे से आरोपियों के खून से सने कपड़े, हत्या में इस्तेमाल हथियार और दो कॉन्डम मिले। पुलिस ने जांच में पाया कि इन कॉन्डम का सीरियल नंबर खुशबू के बिस्तर पर रखे गए कॉन्डम वाला ही है। पुलिस ने इन सभी सबूतों को सीज कर लिया है।
पांच साल तक जेल में रहा मनोज काफी शातिर है। टेक्निकल सर्विलांस से भी बचने के लिए उसने वारदात के लिए निकलने से पहले अपना और प्रीति के मोबाइल फोन गुरुग्राम स्थित घर पर ही छोड़ दिए थे। टीम ने जब उसे और प्रीति को होटेल से हिरासत में लिया था, तो उसने कहा था कि होटल में रहना कोई गुनाह नहीं है। आप हमारी मोबाइल लोकेशन चेक कर लें, वारदात वाले दिन हम दोनों घर पर ही थे। हालांकि पुलिस के हाथ वो तीन मोबाइल नहीं लग सके, जो आरोपियों ने वारदात वाले घर से उठाकर अपने साथ ले गए थे।