देहरादून। देशभर में लागू हुए नए मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में उत्तराखंड परिवहन महासंघ के आह्वान पर बुधवार को निजी बस ऑपरेर्ट्स के अलावा टैक्सी, मैक्सी संचालक भी हड़ताल पर रहेंगे। निजी बस आपरेटर्स के हड़ताल में शामिल होने से जहां मैदान से लेकर पहाड़ तक परिवहन व्यवस्था पर असर पड़ेगा। लोगों को आवाजाही में दिक्कत होगी। वहीं सिटी बस, विक्रम व आटो यूनियनों के हड़ताल में शामिल होने के एलान से राजधानी की सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था ठप रहेगी।
परिवहन महासंघ की एक दिवसीय हड़ताल को ट्रांसपोर्ट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने भी समर्थन दे दिया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल का कहना है कि नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ तमाम ट्रक संचालक अपनी गाड़ियों का संचालन ठप रहेंगे।
ट्रक संचालकों के हड़ताल में शामिल होने से इसका सीधा असर सामान की ढुलाई पर पड़ेगा। वहीं देहरादून सिटी बस सेवा महासंघ, दून आटो यूनियन व विक्रम यूनियन के हड़ताल में शामिल होने से राजधानी की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पूरी तरह ठप रहेगी। सिटी बसें, आटो व विक्रम का संचालन ठप होने से लोगों को आवाजाही में दिक्कत होगी।
आपको बता दें कि पहाड़ के कई हिस्सों में आज बुधवार को टैक्सी-मैक्सी और बसों के पहिए पूरी तरह जाम रहेंगे। वाहनों के नहीं चलने से लोगों की दिक्कतें बढ़ सकती है, क्योंकि पर्वतीय क्षेत्र के रूटों पर रोडवेज बसों का संचालन बहुत कम है।
टिहरी जिले में पर्वतीय टैक्सी-मैक्सी महासंघ की 3500 के लगभग जीप-टैक्सियों का संचालन होता है। टीजीएमओ जिले में लगभग 40 से 50 बसों की सेवाएं प्रतिदिन संचालित करता है। पर्वतीय क्षेत्र में जीप-टैक्सी यूनियन और निजी बस कंपनियों के भरोसे ही यातायात व्यवस्था संचालित होती है। ग्रामीण संपर्क मार्गों पर रोडवेज की बस सेवाएं नहीं है। टिहरी गढ़वाल टैक्सी चालक एसोसिएशन के अध्यक्ष टीकम सिंह चौहान, गंगा जीप कमांडर यूनियन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह रावत और टीजीएमओ के स्टेशन प्रभारी विजयपाल सिंह नेगी ने बताया कि बुधवार को वाहनों का संचालन पूरी तरह बंद रहेगा।
कोटद्वार में भी प्रस्तावित हड़ताल को सफल बनाने के लिए निजी परिवहन कंपनियों और समितियों ने कमर कस ली है। गढ़वाल जीप टैक्सी समिति, जीएमटी, जीएमओयू, सिद्धबली ऑटो यूनियन, ई रिक्शा यूनियन ने हड़ताल का समर्थन करते हुए अपने वाहनों का संचालन बंद रखने का निर्णय लिया है।
गढ़वाल जीप टैक्सी समिति के अध्यक्ष अमरदीप सिंह रावत, सचिव मेहरबान सिंह चौहान, सिद्धबली ऑटो यूनियन के अध्यक्ष हरीश बड़थ्वाल, सचिव स्वयंबर प्रसाद, जीएमओयू के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल, गढ़वाल मोटर ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष संदीप अग्रवाल, ई- रिक्शा यूनियन के अध्यक्ष देवेंद्र कुंडलिया ने कहा कि वाहनों का संचालन पूर्णतया बंद रहेगा। गोपेश्वर में गोपीनाथ टैक्सी यूनियन ने भी बुधवार को वाहनों का संचालन बंद रखने का एलान किया है। यूनियन के अध्यक्ष जगमोहन सिंह रावत ने इस संबंध में जिलाधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है।
वहीं जीएमओयू के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने बताया कि जीएमओयू की सेवाएं आठ बजे से एक बजे तक बंद रहेंगी। यात्रियों की दिक्कतों को देखते हुए आवश्यकतानुसार व्यवस्था की जाएगी।
इधर, उत्तराखंड परिवहन निगम के कोटद्वार डिपो के सहायक महाप्रबंधक टीकाराम आदित्य ने बताया कि रोडवेज पर्वतीय क्षेत्रों के लिए अपनी सेवाएं पूर्ववत संचालित करेगा। बसों की उपलब्धता और यात्रियों की मांग पर व्यवस्था की जाएगी।
उधर हल्द्वानी, चंपावत और पिथौरागढ़ में भी कुमाऊं टैक्सी यूनियन महासंघ ने बुधवार को हड़ताल का आह्वान किया है। इस कारण आज विभिन्न मार्गों पर यात्रियों को सफर करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। हड़ताल के चलते मैदान से लेकर पहाड़ तक सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था ठप रहेगी।
टैक्सी, निजी बसों और भारी वाहनों के पहिए जाम रहेंगे। हालांकि टैक्सी यूनियनों की की हड़ताल को देखते हुए रोडवेज ने विशेष व्यवस्था की है। लोहाघाट डिपो के वरिष्ठ स्टेशन प्रभारी भुवन चंद्र आर्या के मुताबिक यात्रियों की संख्या अधिक रहती है तो रोडवेज अतिरिक्त बसें चलाएगा।