हिंदी ने पूरे भारतवर्ष को जोड़ने का काम किया है: मिनी त्रिपाठी
देहरादून। टीएचडीसी कॉलोनी परवल स्थित लक्ष्य यूनिवर्सल एकेडमी में 9 सितंबर से 13 सितंबर के मध्य हिंदी सप्ताह मनाया गया। जिसमें कक्षावार सुलेख, निबंध- लेखन, सामूहिक कहानी वाचन, काव्य पाठ और दोहा प्रस्तुति व भाषण इत्यादि विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कक्षा प्ले ग्रुप, एलकेजी व यूकेजी के छात्रों हेतु कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें यूकेजी के छात्रों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
वहीं कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के छात्रों हेतु आयोजित सामूहिक कविता पाठ व सामूहिक कहानी वाचन दोनों प्रतियोगिताओं में क्रमश: कक्षा 1 ने प्रथम व कक्षा 5 ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। वहीं सुलेख प्रतियोगिता में कक्षा 1 से सोनाक्षी रावत, कक्षा 2 से अनंता डिमरी, कक्षा 3 से आदित्य चौधरी, कक्षा 4 से निशांत चमोली व कक्षा 5 से सानिया खान ने प्रथम स्थान हासिल किया।
वही माध्यमिक स्तर की कक्षाओं में कक्षा 6 से 9 तक के छात्रों हेतु विभिन्न विषयों पर निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें कक्षा 6 से सना परवीन, कक्षा 7 से एकता रमोला, कक्षा 8 से कामिनी भंडारी व कक्षा 9 से सृष्टि कुमारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
इसके अतिरिक्त दोहे प्रतियोगिता में क्रमशः कक्षा 8 को प्रथम कक्षा 6 को द्वितीय व कक्षा 7 को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। साथ ही सदन वार आयोजित भाषण प्रतियोगिता में एस्टर सदन की छात्रा कामिनी भंडारी ने बाजी मारते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं जीनिया सदन के सूर्यांश पवार को द्वितीय व ट्यूलिप हाउस के आयुष रावत को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
हिंदी सप्ताह के समापन पर विद्यालय की प्रधानाचार्या मिनी त्रिपाठी ने छात्रों को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उनको भविष्य में भी इसी तरह गतिविधियों में प्रतिभाग करने हेतु प्रोत्साहित किया। छात्रों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्या ने कहा कि हिंदी भाषा ने पूरे भारतवर्ष को जोड़ने का काम किया है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदी हमारे देश का सम्मान व पहचान है, इसलिए हमें अन्य भाषाओं के साथ-साथ हिंदी को भी बढ़ावा देना चाहिए। साथ ही पूछने पर विद्यालय की प्रधानाचार्या मिनी त्रिपाठी ने बताया कि इस तरह की गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य छात्रों की श्रवण, वाचन व लेखन कौशल का विकास करना है ताकि भविष्य में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी व झिझक का सामना न करना पड़े।