लक्ष्य यूनीवर्सल एकेडमी में मनाया गया ‘एनुअल-डे’ कार्यक्रम
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के टिहरी डैम कॉलोनी, परवल स्थित लक्ष्य यूनिवर्सल एकेडमी में शनिवार शाम वार्षिक उत्सव (एनुअल डे) के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूली छात्रों एवं छात्राओं ने विभिन्न गीतों पर थिरककर अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दी। इसके अलावा नन्हे बच्चों ने रैंप पर कैटवॉक करते हुए अपने आइटम पेश किए।
इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ की गई। कार्यक्रम में स्कूल के मेधावी छात्रों- छात्राओं एवं कुशल अध्यापकों व स्कूल स्टाफ को मंच पर पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। वहीं कार्यक्रम में स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती मिनी त्रिपाठी ने मंच से अपने संबोधन में स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे सहसपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सहदेव सिंह पुंडीर ने मंच से कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन में श्री पुंडीर ने कहा कि लक्ष्य यूनिवर्सल एकेडमी को स्थापित हुए महज 2 वर्ष का समय ही अभी व्यतीत हुआ है किंतु इन बीते 2 वर्षों में स्कूल ने सफलता की बुलंदियों को छुआ है।
उन्होंने कहा कि स्कूल के संस्थापक श्री बलबीर पवार के नेतृत्व में एवं प्रधानाचार्य श्रीमती मिनी त्रिपाठी के निर्देशन में स्कूल बहुत कुशल एवँ सराहनीय कार्य कर रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप छात्रों को बेहतरीन शिक्षा मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि पछवादून जैसे क्षेत्र में ऐसे सुविधा युक्त स्कूलों की बेहद आवश्यकता थी जिसे लक्ष्य यूनिवर्सल एकेडमी ने पूरा कर दिया है। यहां एक ही छत के नीचे सभी तरह की सुविधाएं बच्चों को मुहैया कराई जा रही हैं।
उन्होंने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि नन्हे मासूम बच्चों के द्वारा दी गई प्रस्तुतियों ने मन मोह लिया। उन्होंने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन पर स्कूल मैनेजमेंट एवं सभी लोगों को अपनी शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम के दौरान प्ले ग्रुप से लेकर कक्षा 9th तक के सभी चुने हुए छात्रों एवं छात्राओं ने मंच पर अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को तालियां बजाने पर विवश कर दिया।
इस अवसर पर सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर के अलावा स्कूल के संस्थापक बलवीर पंवार, प्रधानाचार्य मिनी त्रिपाठी, पीयूष त्रिपाठी, श्रीमती पंवार, वाणी विलास गैरोला, लखन सिंह राणा एवं महावीर पैन्यूली समेत भारी संख्या में स्कूली बच्चों के अभिभावक एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।