उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में प्लास्टिक चबाते हुए कैमरे में कैद हुए बाघ
नैनीताल। उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) में रामगंगा नदी किनारे 3 बाघों में से दो को प्लास्टिक ड्रम चबाता देखा गया है। कॉर्बेट पार्क 1288 वर्ग किलोमीटर के जंगल में फैला है। यह पूरा क्षेत्र प्लास्टिक फ्री जोन में आता है।
सीटीआर और वन्य जीव विशेषज्ञों के मुताबिक, प्लास्टिक बाघों के लिए जानलेवा है। इससे यहां के 215 से ज्यादा बाघों के जीवन पर संकट मंडरा रहा है। अभयारण्य के उपनिदेशक चंद्रशेखर जोशी ने बताया, पर्यटकों को यहां प्लास्टिक ले जाने की इजाजत नहीं है। फिर सीटीआर में ड्रम कैसे पहुंचा इस मामले की जांच जारी है। माना जा रहा है कि चमोली जिले के गैरसैंण इलाके से निकलकर नैनीताल जिले के रामनगर तक पहुंचने वाली रामगंगा नदी के पानी में बहकर यह ड्रम सीटीआर की सीमा में पहुंचा होगा।
वन मंत्री ने मांगी रिपोर्ट
वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर त्रिकांश शर्मा ने फोटो को 30 जनवरी को लिए थे। इसमें ढिकाला जोन की बाघिन और उसके दो शावक हैं। इस पूरे मामले में प्रदेश के वनमंत्री हरक सिंह रावत ने मामले को गंभीर बताया और अभयारण्य के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है।