बलात्कारी ने काटी पीड़िता की उंगलियां
टीकमगढ़। बीेते कुछ वर्षों में भारत में बलात्कार की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है। दुष्कर्म की कुछ घटनाएं तो पीड़ितों के साहस की वजह से प्रकाश में आ जाती हैं किन्तु कुछ मामलों में दुष्कर्म की शिकार पीड़िता लोकलाज के भय से इस कडुवे घूंट को चुपचाप ही पी जाती है। कईं बार आरोपियों के द्वारा पीड़ितों को डराया-धमकाया भी जाता है कि अगर घटना के बारे में किसी को बताया तो इसके बुरे परिणाम होंगे। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश में प्रकाश में आया है राज्य के टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर लुहरगुंवा गांव में बलात्कार के एक 45 वर्षीय आरोपी ने पीड़ित महिला के एक हाथ की उंगलियों को इसलिये काट डाला क्योंकि उस महिला ने बलात्कार के मामले में उससे राजीनामा करने से इनकार कर दिया। जेरौन थाना प्रभारी पी.एन. साहू ने बताया कि आरोपी कुंवरलाल को सोमवार की रात को टीकमगढ़ में गिरफ्तार किया गया है, जबकि इस मामले में फरार अन्य दो आरोपियों की तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को 27 वर्षीय पीड़ित महिला यहां पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल के सामने पेश हुई और अपने दायें हाथ की कटी हुई दोनों उगलियां दिखाईं। साहू ने पीड़िता की शिकायत के हवाले से बताया कि अक्तूबर 2014 में कुंवरलाल ने गांव में महिला के साथ दुष्कर्म किया था। इसके बाद जेरौन थाने में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था और मामला न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने बताया कि आवेदन में पीड़िता ने कहा कि कुंवरलाल पिछले महीने ही जेल से जमानत पर रिहा हुआ और उसके बाद से ही वह महिला और उसके परिजनों पर प्रकरण में समझौता करने के लिये दबाव डाल रहा था तथा ऐसा न करने पर परिणाम भुगतने की धमकी भी दे रहा था।
महिला ने जेरौन थाना पुलिस पर आरोपी को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुये कहा कि धमकाने की लिखित शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने कुंवरलाल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। नतीजतन उसने रविवार को अपने दो साथियों महेन्द्र यादव और बृगभान यादव के साथ मिलकर उसके साथ न सिर्फ मारपीट की बल्कि धारदार हथियार से प्रहार कर उसकी दो उंगलियां भी काट दीं।