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पिज़्ज़ा डिलीवरी ब्वॉय ने 72 परिवारों को डाला मुश्किल में, हुआ ये अंजाम

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें हर संभव कोशिशों में जुटी हैं। इस बीच, संक्रमण फैलने और लॉकडाउन के कारण लोगों को हो रही परेशानी की खबरें भी आ रही हैं। दिल्ली में गुरुवार को एक पिज्जा डिलिवरी ब्वॉय के संक्रमित पाए जाने के बाद कान्टैक्ट ट्रेसिंग तेज कर दी गई है। 72 परिवारों को क्वारैंटाइन करना पड़ा है। वहीं, केरल में एक व्यक्ति को लॉकडाउन में ऑटो रोके जाने पर बुजुर्ग पिता को गोद में उठाकर अस्पताल से घर जाना पड़ा। इसके अलावा दिल्ली में एक बुजुर्ग की मौत के बाद उसके परिवार ने अपने यहां काम करने वाले गार्ड को जिम्मेदार ठहराया।

देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या गुरुवार को 12 हजार के पार हो गई। अब तक 1 हजार 488 लोग ठीक हुए हैं और 414 की मौत हो चुकी है। कोरोना का संक्रमण देश के 27 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में पैर पसार चुका है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं।

पहली कहानी: जोमैटो से जुड़े कर्मचारी ने पिज्जा डिलीवर किए

दक्षिण दिल्ली में एक पिज्जा डिलिवरी ब्वॉय गुरुवार को पॉजिटिव मिला। इसके बाद उसके संपर्क में आए मालवीय नगर के 72 परिवारों को क्वारैंटाइन कर दिया गया। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि संक्रमित कर्मचारी के साथ काम करने वाले 17 लोगों को क्वारैंटाइन किया है। वहीं, फूड डिलेवरी ऐप जोमैटो ने कहा कि हाल ही में संक्रमित मिले एक रेस्टोरेंट कर्मचारी ने कंपनी के प्लेटफॉर्म पर लिए गए कुछ ऑर्डर डिलीवर किए थे। हमें नहीं पता कि उस वक्त वह संक्रमित था या नहीं। कंपनी ने यह भी दावा किया है कि संक्रमित के साथ काम करने वाले दूसरे कर्मचारी निगेटिव पाए गए हैं। रेस्टोरेंट के कर्मचारियों को लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मास्क पहनने के लिए कहा गया है।

दूसरी कहानी: पुलिस ने अस्पताल से घर जा रहे बुजुर्ग का ऑटो रोका

केरल में लॉकडाउन के कारण आवागमन का कोई साधन उपलब्ध नहीं होने पर एक व्यक्ति को अपने बुजुर्ग पिता को गोद में उठाकर अस्पताल से घर जाना पड़ा। कोल्लम जिले के एक गांव के 85 वर्षीय व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। जब इस बुजुर्ग का बेटा उन्हें ऑटो से घर ले जा रहा था तो पुलिस ने उसे रोक दिया। इसके बाद करीब 1 किलोमीटर तक उसे अपने पिता को गोद में उठाकर घर ले गया। अब राज्य मानवाधिकार आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है।

तीसरी कहानी: परिवार का आरोप- गार्ड मरकज में गया, उसी ने कोरोना फैलाया

दिल्ली में 80 वर्षीय संक्रमित की मौत के के बाद उसके परिवार के सदस्यों ने अपने यहां काम करने वाले सिक्योरिटी गार्ड को जिम्मेदार ठहराया है। परिवार का कहना है कि गार्ड निजामुद्दीन मरकज में जाता था। पिछले महीने इस मरकज से 2 हजार लोगों को निकाला गया था। इसके बाद कई जमाती संक्रमित भी मिले थे। परिवार का आरोप है कि गार्ड ने मरकज में जाने की बात उनसे छिपाई। यह गार्ड कोरोना संदिग्ध है। हालांकि अभी तक उसकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। वहीं मृतक की 70 वर्षीया पत्नी और बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

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