उत्तराखंड में सामने आए 53 नये कोरोना मरीज़, 802 हुई संक्रमितों की संख्या
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार और तेज़ हो गई है। ताज़ा जानकारी के अनुसार रविवार को 53 मरीजों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने इसकी पुष्टि की है। वहीं, दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की एक महिला डॉक्टर भी संक्रमित मिलीं हैं। दून मेडिकल कॉलेज के डिप्टी एमएस और कोरोना के स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ. एनएस खत्री ने जानकारी दी।
इसके साथ ही अब प्रदेश में सक्रमित मरीजों का आंकड़ा 802 पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, आज देहरादून में 25, हरिद्वार में 15, पौड़ी में छह, उत्तरकाशी में छह और रुद्रप्रयाग में एक संक्रमित केस मिला है। अभी भी प्रदेश में 692 एक्टिव केस हैं। अभी तक सबसे ज्यादा मामले नैनीताल में 229 और देहरादून में 210 आए हैं।
अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि 102 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। चार सरकारी लैब में अभी 6133 सैंपलों की जांच चल रही है। इनकी रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
वहीं उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की पत्नी अमृता रावत को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद आज ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है। शनिवार को उनकी कोविड 19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद आज एहतियातन उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही दिल्ली से मंत्री सतपाल महाराज से मिलने आए लोगों को मंत्री आवास में ही क्वांरटीन कर दिया गया था। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के घर के बाहर क्वारंटीन का स्टीकर भी चस्पा किया गया था। वहीं, मंत्री सतपाल महाराज कैबिनेट बैठक में भी शामिल हुए थे। ऐसे में अगर उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिली तो पूरे मंत्रिमंडल को क्वारंटीन किया जाएगा।
उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण अभी सामुदायिक फैलाव के फेज में नहीं आया है। जितने भी पॉजिटिव केस आए हैं, उनकी ट्रैवल हिस्ट्री और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग जारी है। ज्यादातर मामले बाहर से लौटे प्रवासियों के संक्रमित होने के आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग संक्रमण से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने जनता से अपील की है कि आने वाले दिनों में और अधिक अनुशासन बनाए रखने की जरूरत है। कहा कि धीरे-धीरे बाजार के खुलने में ढील दे रहे हैं, लेकिन लोगों को दुकानों में भीड़ एकत्रित नहीं होने देनी है।