जनवरी-2021 से कारों की कीमत बढ़ाएगी मारुति सुजुकी इंडिया, पढ़िये पूरी खबर
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने 01 जनवरी, 2021 से अपने वाहनों की कीमत बढ़ाने की घोषणा की है। कंपनी ने बुधवार को कहा कि बढ़ती लागत के प्रतिकूल असर को कम करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने कहा कि पिछले साल विभिन्न तरह की विनिर्माण लागत बढ़ने की वजह से कंपनी के वाहनों की कीमत पर विपरीत असर पड़ा है। इसलिए कंपनी ने इसका कुछ हिस्सा ग्राहकों को स्थानांतरित करने का निर्णय किया है।
कंपनी ने कहा कि इसलिए वह एक जनवरी 2021 से अपने वाहनों की कीमत में वृद्धि करेगी। कंपनी की ओर से कार की कीमतों में बढ़ोत्तरी की घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब वह लॉकडाउन से पैदा हुई परेशानियों से उबर रही है। वर्तमान में मारुति सुजुकी एंट्री-लेवल स्माल कार अल्टो से लेकर मल्टी-पर्पज व्हीकल एक्सएल6 की बिक्री 2.95 लाख रुपये से 11.52 लाख रुपये के बीच में कर रही है।
हालांकि कंपनी ने मूल्यवृद्धि के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन उसने कहा है कि यह मूल्यवृद्धि अलग-अलग मॉडल पर अलग-अलग होगी। सामान्य तौर पर कंपनी 1.5 से 2 प्रतिशत तक मूल्य बढ़ा सकती है। नवंबर में कंपनी की कुल घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री 2.4 प्रतिशत घ्ज्ञटकर 1,35,775 यूनिट रही थी।
मारुति ने शुरू किया ऑनलाइन कार वित्तपोषण मंच स्मार्ट फाइनेंस
मारुति सुजुकी इंडिया ने कारों के लिए ऑनलाइन वित्तपोषण मंच स्मार्ट फाइनेंस की बुधवार को शुरुआत की। कंपनी के इस मंच पर ऋण देने वाली विभिन्न कंपनियां अपने उत्पादों की पेशकश करेंगी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह अपनी नेक्सा खुदरा श्रृंखला के माध्यम से 30 शहरों से इस सेवा की शुरुआत कर रही है। बाद में कंपनी की योजना चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही तक इसे अपनी अन्य खुदरा श्रृंखला एरेना और ज्यादा ग्राहकों तक ले जाने की है।
इस मंच के माध्यम से कंपनी वेतनभोगी ग्राहकों को लक्ष्य करके चल रही है। कंपनी के मुताबिक कोविड-19 के बाद नई सामान्य परिस्थितियों में संभावित ग्राहकों की कार ऋण की चिंताओं को दूर करने के लिए कंपनी ने इस मंच को पेश किया है। वहीं त्यौहारी मौसम के बाद कारों की बिक्री को लेकर कंपनी के कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि त्यौहारों के बाद भी कारों की बिक्री उतनी बुरी नहीं है जितने की आशंका थी। पिछली दबी हुई मांग के बाहर आने से मदद मिली है। लेकिन वाहन क्षेत्र में स्थिर और लंबी मांग अर्थव्यवस्था और कोविड-19 के टीके के विकास पर निर्भर करेगी।