मां ने बच्चे की खाट के नीचे रखी थी अंगीठी, उसके बाद हुआ कुछ ऐसा मच गया कोहराम
चित्रकूट/ महोबा। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से एक दुखद घटना सामने आई है। यहां के पहाड़ी थाना के गैदा पुरवा गांव में शनिवार को एक तीन माह के मासूम की घर में आग लगने की वजह से मौत हो गई। दरअसल शनिवार को पूरे महोबा में कड़ाके की ठंड थी। गैदा पुरवा गांव में भी सर्दी सितम बरसा रही थी, गांव में एक महिला ने अपने 3 महीने के बच्चे को ठंड से बचाने के लिए उसकी खाट के नीचे अंगीठी रख दी। इसके बाद महिला बच्चे को खाट पर लिटाकर घर के बाहर काम में लग गई।
पुलिस ने बताया कि इसी दौरान कमरे में आग लगी, जो पूरे घर में फैल गई। ये घर कच्चा था, जिस वजह से आग तेजी से फैली। हाड़ी थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अवधेश कुमार मिश्रा ने बताया कि घर में आग लगती देख ग्रामीण किसी तरह से सीढ़ी के जरिये किसी तरह जल रहे घर के अंदर गए और बच्चे को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गयी थी। उन्होंने बताया कि ये घटना सुबह करीब नौ बजे हुई। मामले की जांच की जा रही है और घटना की सूचना अधिकारियों को दे दी गयी है।
पानी भरे गड्ढे से मिला लापता बच्चे का शव
महोबा जिले में दो दिनों से लापता सात साल के बच्चे का शव पुलिस ने शनिवार को पानी भरे गड्ढे से बरामद किया है। ये मामला महोबा के के कबरई कस्बे का है। महोबा नगर क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) कालू सिंह ने बताया कि शनिवार सुबह कबरई कस्बे के जवाहर नगर मुहल्ले में रहने वाले मूलचन्द्र वर्मा के सात साल के बेटे त्रिभुवन का शव पहाड़ की खोदाई से हुए गड्ढे में भरे पानी से बरामद कर पोस्टमॉर्टम करवाया गया है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पानी में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार की शाम करीब पांच बजे खेलते-खेलते बच्चा अचानक लापता हो गया था। परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। आज कुछ लोगों ने शव पानी में तैरता देख पुलिस को सूचित किया। सीओ ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि बच्चा दौड़ने के दौरान गड्ढे में गिर गया होगा और डूबने से मौत गयी। उन्होंने कहा कि बच्चे के परिजन अपहरण कर हत्या का भी आरोप लगा रहे हैं, उनके आरोपों की जांच की जा रही है।