पूरी तरह फ्लाप रही अमित शाह की रैलीः आजाद
देहरादून। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रविवार को देहरादून में आयोजित की गई रैली पूरी तरह से फ्लाप साबित हुई। ये कहना है उत्तराखण्ड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आजाद अली का। आजाद अली ने मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि भाजपा द्वारा देहरादून में आयोजित की गई अमित शाह की रैली में भीड़ नाम मात्र की ही नजर आयी। शाह की रैली को लेकर भाजपा के द्वारा बेवजह यातायात को प्रभावित कर आम जनता को परेशाना किया गया। रैली में देर से पंहुचे अमित शाह के इंतजार में घंटों भाजपा के कार्यकर्ताओं को परेशान होना पड़ा। अमित शाह की इस रैली में महज भाजपा के कार्यकर्ता ही पंहुचे जबकि स्थानीय लोगों की मौजूदगी इसमें खास नजर नहीं आयी।
उन्होंने कहा कि इस रैली में अमित शाह ने प्रदेश की कांग्रेस पार्टी समेत अन्य दलों के खिलाफ जहर उगलकर प्रदेश की जनता को बरगलाने व गुमराह करने का काम किया है। किन्तु जनता समझदार है और वह अच्छे व बुरे में फर्क करना जानती है। उन्होनें कहा कि भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व के द्वारा हजार और पांच सौ के नोटों के चलन पर प्रतिबंध लगाने की वजह से आज पूरे देश की जनता त्रस्त है। इस कारण परेशान होकर देशभर में कई लोग आत्महत्या कर चुके हैं और कई लोग बैंको की लाईनों में लगकर बीमार व झगड़ों का शिकार हो चुके हैं।
आनन—फानन में लिए गये प्रधानमंत्री मोदी के इस निर्णय से देश के करोड़ों लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि आम आदमी के लिए 500 रूपये का नोट बाजार में चलाना ही बहुत बड़ी बात है ऐसे में 2000 रूपये का नोट वे किस तरह से चला पायेंगे। मोदी सरकार द्वारा महज बड़े उघोग पतियों को लाभ पंहुचाने के मकसद ये से ही 2000 रूपये का नोट बाजार में उतारा गया है।
सरकार के इस निर्णय से आम आदमी को ही बेवजह परेशान किया जा रहा है। इन दिनों शादियों का सीजन है किन्तु नोटों को बैन कर देने की वजह से लाखों लोगों को शादियों की व्यवस्था करने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है।
लगता है कि भाजपा सरकार को आम जनता की तकलीफें नजर नहीं आ रही हैं। इससे यही प्रतीत होता है कि भाजपा की सरकार को आम जनता के दुखदर्द से कोई सरोकार नहीं है। ऐसे में अमित शाह द्वारा उत्तराखण्ड आकर जनता का हितैषी बनने का नाटक करना बेमानी ही है।