कोविड अस्पताल में लगी भीषण आग, 13 मरीजों की दर्दनाक मौत
मुंबई। नगर के निकट विरार वेस्ट से दिल दहलाने वाली खबर आ रही है। यहां के विजय वल्लाह हॉस्पिटल के आईसीयू में देर रात आग लग गई। घटना के वक्त आईसीयू में 17 मरीज़ एडमिट थे। इस घटना में 13 मरीजों की मौत हो गई है। घटना देर रात 3:30 बजे की है। यह अस्पताल पालघर जिले के वसई विरार म्युनिसिपल क्षेत्र में स्थित है। बताया जा रहा है कि आग आईसीयू के डक्ट में लगी थी। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है। मरीज़ों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है।
घटना की जानकारी मिलते ही फायर विभाग की गाड़ियां आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंची। महाराष्ट्र पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार अस्पताल में आग लगने के कारण 13 लोगों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार जब अस्पताल में आग लगी उस समय आईसीयू वार्ड में 17 लोग मौजूद थे। आग लगने की घटना के पीछे प्रारंभिक कारण शॉट-सर्किट होना बताया जा रहा है। घटना के कारण का सही कारण जांच के बाद ही सामने आएगा।
महाराष्ट्र में सामने आए 67,013 नए मामले
महाराष्ट्र में बृहस्पतिवार को जहां कोरोना वायरस संक्रमण से 568 लोगों की मौत हुई वहीं कोविड-19 के 67,013 नए मामले सामने आए है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के अनुसार, आज तक राज्य में कुल 40,94,840 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जबकि संक्रमण से कुल 62,479 लोगों की मौत हुई है। महाराष्ट्र में 18 अप्रैल को संक्रमण के 68,631 नए मामले आए थे जो एक दिन में सबसे ज्यादा संख्या है। राज्य में बुधवार को 67,468 मामले आए थे।
अधिकारी ने बताया कि 568 लोगों की मौत में से 309 लोगों की मौत पिछले 48 घंटों में हुई है जबकि 158 लोगों की मौत पिछले सप्ताह हुई है, बाकी बचे लोगों की मौत दो सप्ताह पहले की है। राज्य में आज 62,298 कोरोना मरीजों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई, अभी तक कुल 33,30,747 लोग संक्रमण से मुक्त हुए हैं। राज्य में एक्टिव केस की संख्सा बढ़कर 6,99,858 हो गयी है।
वहीं, मुंबई में 7,367 नए मामले आए हैं और संक्रमण से और 75 लोगों की मौत हुई है। शहर में अभी तक कुल 6,09,080 लोगों के संक्रमित होने और संक्रमण से 12,583 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है। इस बीच कोविड-19 को लेकर महाराष्ट्र सरकार की नई पाबंदियां आज रात से शुरू होने के बाद रेलवे मुंबई में प्रवेश, निकास बिंदुओं की संख्या सीमित करेगा ताकि लोकल ट्रेन में अनधिकृत लोगों को यात्रा करने से रोका जा सके।