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यदि व्यापार में लगातार हो रहा है नुकसान, तो आजमाएं ये उपाय

जानिए क्या वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण-पूर्व दिशा में काले रंग का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर हां, तो क्यों किया जा सकता है और नहीं, तो क्यों नहीं किया जा सकता है ?

काले रंग का तत्व पानी है। पानी लकड़ी का पोषक है।  दक्षिण-पूर्व दिशा में थोड़ी-बहुत मात्रा में काला रंग करवाने से दक्षिण-पूर्व से जुड़े तत्वों को मदद मिलेगी। अगर जीवन में व्यापार एकदम रूक गया हो, विकास हो ही ना रहा हो और बड़ी बेटी परेशान हो, आप के कमर या कुल्हे में कोई तकलीफ हो गई हो तो दक्षिण-पूर्व दिशा के एकदम निचले हिस्से में थोड़ा-सा काला रंग करवाने से चीजों में सुधार होने लगता है ।उम्मीद है आप इस वास्तु टिप्स को अपनाकर अपने घर का वास्तुदोष ठीक करेंगे।

दक्षिण-पूर्व में लाल रंग कराएं कि नहीं

अग्नि और लकड़ी देखने में अन्योन्याषित लगते हैं, लेकिन दोनों के बीच का सत्य सिर्फ यही है कि अग्नि लकड़ी को जलाती है। तो अगर हम आग्नेय कोण में लाल रंग का इस्तेमाल करेंगे तो आग्नेय कोण से जुडे तत्व, यानि व्यापार और विकास, बड़ी बेटी का जीवन सब प्रभावित होंगे और लाल रंग की दिशा से संबंधित तत्व खर्च हो जायेंगे।

लाल रंग की दिशा दक्षिण है, जिसका संबंध यश और कीर्ति से है, मझली बेटी से है, आंख से है। तो आग्नेय कोण के तत्व व्यापार और विकास, यश की प्राप्ति के लिए किए गए कार्यों के प्रयास बाधित होंगे। बड़ी बेटी का इंटरेस्ट मझली बेटी की वजह से दबेगा, लिहाजा कोशिश करें की दक्षिण-पूर्व दिशा में लाल रंग का इस्तेमाल ना ही करें।

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