दून में हुई भाई-बहन की मौत का खुलासा
देहरादून। उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून के पॉश इलाके राजपुर रोड स्थित अजंता होटल के कमरे में भाई ने बहन की हत्या कर आत्महत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। दोनों सतना (मध्य प्रदेश) के रहने वाले हैं। युवक की उम्र करीब 20 साल, जबकि बच्ची दस साल है। पुलिस के अनुसार दोनों बुधवार सुबह ही होटल पहुंचे थे। बच्ची की गीले तौलिये से मुंह और गला दबाकर बाथरूम में हत्या की गई, जबकि युवक ने कमरे में चाकू से अपनी गर्दन रेत ली। पहले पुलिस इसे दोहरे हत्याकांड का मामला मान रही थी, लेकिन घटनाक्रम को लेकर पांच घंटे तक चली ऊहापोह के बाद पुलिस ने देर रात दावा किया कि यह हत्या व आत्महत्या का मामला है। पुलिस के अनुसार युवक अवसाद में था। बावजूद इसके पुलिस को कई सवाल अनुत्तरित से प्रतीत हुए। पुलिस ने समीप के मधुबन होटल से पिता को हिरासत में लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की गई।
अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) राम सिंह मीणा, पुलिस उपमहानिरीक्षक (गढ़वाल) पुष्पक ज्योति, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वीटी अग्रवाल के साथ ही पुलिस अधीक्षक (अपराध) तृप्ति भट्ट और पुलिस अधीक्षक (नगर) अजय सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया। जांच में पता चला कि पूरा परिवार 28 नवंबर से दून में ही रुका हुआ था। घटना का पता शाम साढ़े छह बजे तब चला जब हाउस-कीपिंग स्टॉफ कमरा नंबर-305 में पहुंचा। यहां फर्श पर खून से लथपथ युवक की लाश पड़ी थी। होटल स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस भीतर गई तो बच्ची की लाश बाथरूम में मिली। होटल रिकार्ड से युवक का नाम आलोक गौतम पुत्र महेंद्र गौतम व बच्ची का नाम अनामिका गौतम पुत्री सुमन गौतम निवासी ग्राम एवं तहसील-माझगवां, जिला-सतना (मध्य प्रदेश) मिला। आलोक ने पहचान पत्र के तौर पर अपने ड्राइविंग लाइसेंस और अनामिका ने आधार-कार्ड की प्रति जमा कराई थी।
एसएसपी ने आशंका जताई थी कि घटना को परिवार के किसी करीबी ने ही अंजाम दिया है। पुलिस ने जब महेंद्र से पूछताछ शुरू की तो बताया कि उसकी पत्नी सुमन की इसी साल अगस्त में कैंसर से मृत्यु हो गई थी। पुत्र आलोक ने इलाहाबाद से बीएससी की थी और इसके बाद उसका चयन एयरफोर्स में इंटेलीजेंस अफसर के पद पर हुआ व उसे चेन्नई में 28 दिसंबर को ज्वाइनिंग देनी थी। इससे पहले उसने पिता व बहन के साथ देहरादून घूमने का प्रोग्राम बनाया। 28 नवंबर को वे यहां आए और होटल मधुबन में ठहरे। महेंद्र ने बताया कि वह एक एनजीओ में नौकरी करता है। पुलिस ने जब महेंद्र को और कुरेदा तब उसने खुलासा किया कि मां की मौत के बाद से आलोक अवसादग्रस्त था। मंगलवार रात करीब दो बजे उसने सोते पिता को उठाया और मारपीट कर दी। सुबह वह यह कहकर होटल से निकला कि अनामिका के साथ पैसे का इंतजाम करने जा रहा है। एडीजी के अनुसार सुबह 11 बजे से सायं 6.30 बजे तक की सीसीटीवी फुटेज खंगाल ली गई हैं। इस दौरान कमरे में कोई नहीं आया। ऐसे में प्रतीत हो रहा है कि आलोक ने ही घटना को अंजाम दिया।
ऐसे किया था बिल का भुगतानः—
होटल से पेमेन्ट की जानकारी करने पर पता चला कि मधुबन होटल में दिनांक 28-11-16 को 12000/- दिनांक 04-12-16 को 30000/- को इलाहाबाद बैंक के डेबिट कार्ड द्वारा तथा दिनांक 12-12-16 को 13000/- नगद व 20000/- रु0 डेबिट कार्ड द्वारा तथा 13-12-16 व 14-12-16 को 20-20 हजार रुपये का भुगतान किया गया था उपरोक्त डेबिट कार्ड इनकी माता सुमन गौतम के थे। होटल अजन्ता में मृतक आलोक गौतम के द्वारा समय 2 बजकर 4 मिनट पर डेबिट कार्ड द्वारा 3973/- रु0 जमा कराकर कमरा लिया गया था, जिसकीजानकारी इनके पिता को नही थी। उपरोक्त पैसों के सम्बन्ध में महेन्द्र गौतम ने बताया कि वह पैसा उनके अकाउन्ट में पहले से पड़ा था।
पुलिस की पड़ताल में हुआ खुलासा:-
गुरूवार को पुलिस द्वारा देहरादून के एयर फोर्स स्टेशन जाकर पता किया तो पता चला कि दिनांक 28-11-16 या इसके उपरान्त आलोक गौतम नामक किसी भी युवक की ज्वाईनिंग वहां नही हुयी थी। मृतक आलोक गौतम के फोन की सीडीआर का अवलोकन करने पर उनके द्वारा विभिन्न नम्बरों पर की गयी वार्ता वाले नम्बरों पर पुलिस द्वारा बात की गयी, तो उनके द्वारा बताया गया की आलोक गौतम ने उनको रॉ में सिलैक्ट होने की बात कहकर ट्रेनिंग हेतु इजराईल जाना बताया गया था तथा उसने अपने रिशतेदार रोहित से भी डेढ लाख रुपये उधार होटल का बिल चुकाने हेतु मांगे थे। यह कॉल 11 बजकर 32 मिनट पर की गई। इस समय वह होटल अजन्ता के कमरे में एन्ट्री कर चुका था। मधुबन होटल की सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर पता चला कि महेन्द्र गौतम दिनांक 21-12-16 को होटल से बाहर नही आये थे। होटल अजन्ता की सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन करने पर पता चला कि आलेक गौतम व उसकी बहन अनामिका अकेले ही होटल में आये थे तथा उनसे मिलने कोई भी उनके कमरे में नही गया था।