देश में मौसम के अलग-अलग रूप, कहीं भीषण गर्मी तो कहीं बाढ़ का कहर
नई दिल्ली। देशभर में पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को दिल्ली, पश्चिम राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार के कई हिस्सों में हीट वेव की संभावना जताई है। इन राज्यों में गर्मी का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। उधर, केरल और असम के कई इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। जानिए देश के मौसम का हाल।
दिल्ली में पारा 47 डिग्री के पार पहुंचा
दिल्ली में आज का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है, जबकि अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक गया। इससे पहले शनिवार (14 मई) को दिल्ली के कई इलाकों में पारा 47 डिग्री के पार पहुंच गया। दिल्ली के मुंगेशपुर में पारा 47.2 डिग्री सेल्सियस और नजफगढ़ में 47 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
एमपी में राजधानी सहित 20 जिलों में लू का रेड अलर्ट
भीषण गर्मी का सितम शनिवार को भी बरकरार रहा। राजधानी भोपाल में बादल छाने और बूंदाबांदी होने के बावजूद पारा 44.4 डिग्री पर पहुंच गया। शुक्रवार के मुकाबले इसमें सिर्फ 0.5 डिग्री की गिरावट हुई। रात में भी यहां तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम केंद्र ने रविवार को भोपाल समेत 20 जिलों में लू चलने का रेड अलर्ट जारी किया है।
राजस्थान में आज पारा 48 डिग्री के पार
राजस्थान में रविवार को न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है, जबकि अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार जाएगा। इसके साथ ही मौसम विभाग ने कई जिलों में हीट वेव की चेतावनी जारी की थी। शुक्रवार को श्रीगंगानगर में पारा 48.3 और धौलपुर में पारा 48.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
UP में प्रचंड गर्मी, बांदा का तापमान 49 पहुंचा
मौसम विभाग का कहना है कि आज UP में न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस रहा है। लखनऊ में शनिवार को तापमान 43 डिग्री रहा। वहीं, सबसे अधिक गर्मी बांदा जनपद में रही। यहां का तापमान लगभग 49 डिग्री के करीब पहुंच गया। मौसम विभाग ने आज 12 जिलों में हीटवेव की संभावना जताई है।
असम में कई गांव डूबे, केरल में बारिश का रेड अलर्ट
जहां उत्तर भारत गर्मी की आग में झुलस रहा है, वहीं असम और केरल के कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। इसके कारण बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। असम के दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग इलाके में मूसलाधार बारिश से सड़क का एक हिस्सा बह गया। होजाई और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों में कई गांव जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग ने रविवार को केरल के कई स्थानों पर बारिश का रेड और कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली एनसीआर में कब होगी मानसून की एंट्री
माना जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर में भी मानूसन जून के दूसरे सप्ताह में भी दस्तक दे सकता है, हालांकि दिल्ली में मानसून आने की तारीख 27 जून होती है। वहीं, इस बार मानसून दिल्ली-एनसीआर में जल्दी दस्तक दे दे तो कोई नई बात नहीं होगी। बता दें कि वर्ष 2021 में भी मानसून ने कुछ दिन पहले ही दस्तक दे दी थी, लेकिन इसके बाद धीमा पड़ गया। इतना ही नहीं 15 जुलाई के बाद बारिश का सिलसिला शुरू हुआ था।
बिहार में 13 से 15 जून के बीच मानसून की आमद
बिहार में आज का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है, जबकि अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य में 13 से 15 जून के बीच मानसून की एंट्री होगी। साल 2021 में 13 जून को यास तूफान के कारण बिहार में जमकर बारिश हुई थी। अब तक का पूर्वानुमान बिहार में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश का है।
राजस्थान में 18 जून तक पहुंचेगा मानसून
राजस्थान में तेज गर्मी से तप रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। इस बार मानसून समय से पहले आने की संभावना है। मौसम केन्द्र दिल्ली ने भारत में दक्षिणी पश्चिमी मानसून के केरल में आने की संभावित तारीख घोषित कर दी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार केरल में मानसून के आने के बाद राजस्थान तक इसे पहुंचने में औसतन 20 या 22 दिन का समय लगता है। इसलिए संभावना है कि राजस्थान में मानसून समय से एक हफ्ता पहले 16 से 18 जून के बीच आ सकता है।
छत्तीसगढ़ में मानसून 10 दिन पहले
मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि छत्तीसगढ़ में भी इस बार मानसून जल्दी आएगा। मौसम विज्ञानियों ने बताया है कि मानसून 27 मई तक केरल तट पर पहुंच जाएगा। ऐसा हुआ और सब कुछ सामान्य रहा तो अगले 10 दिन में 7 जून तक छत्तीसगढ़ की धरती पर मानसून का आगमन होगा।
मप्र में 16 मई से प्री-मानसून की दस्तक
बंगाल की खाड़ी में आए असानी साइक्लोन की वजह से 16 मई से मध्यप्रदेश में भी प्री-मानसून दस्तक दे सकता है। इस बार मानसून भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और उज्जैन संभागों में ज्यादा मेहरबान रहेगा। जबलपुर और सागर संभाग में यह सामान्य रहेगा। वैसे मध्यप्रदेश में मानसून के आने का समय पहले 10 जून था, लेकिन कुछ सालों से इसके देरी से आने के कारण अब 15 से 16 जून तय किया गया है। अगर कोई अड़चन नहीं आती है, तो ऐसी स्थिति में मानसून के मध्यप्रदेश में 15 से 16 जून तक आने की संभावना है। भोपाल में यह 20 जून के आसपास पहुंचेगा।