वन अनुसन्धान संस्थान में मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस
देहरादून। ब्रह्मांड में अरबों आकाशगंगाएं हैं। इन आकाशगंगाओं में कई ग्रह हैं, हालांकि, केवल एक ही पृथ्वी है। वर्तमान में, पृथ्वी जलवायु परिवर्तन जैसी घटनाओं का सामना कर रही है, जिसका यदि समाधान नहीं किया गया तो इसके अस्तित्व को खतरा हो सकता है। ग्लोबल वार्मिंग की घटना को चरम मौसम की घटनाओं से जोड़ा गया है जो असामयिक और अत्यधिक बारिश, सूखे और चक्रवात आदि के माध्यम से पृथ्वी के विभिन्न हिस्सों को तबाह कर रही हैं। बड़े पैमाने पर शहरीकरण से निवास स्थान का नुकसान हो रहा है जो बदले में कई प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा है। भूमि, जल और वायु का प्रदूषण आवास को निर्जन बना रहा है और यदि इसे रोका नहीं गया तो मानव प्रजातियों के अस्तित्व को खतरा होगा। इसलिए, दुनिया के सामने आने वाले खतरों के बारे में समाज में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए हम हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं।
इस वर्ष भी वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून ने 5 जून, 2022 को “केवल एक पृथ्वी” विषय पर विश्व पर्यावरण दिवस-2022 को बहुत उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन एफआरआई देहरादून के दीक्षांत समारोह हॉल में किया गया। ऋचा मिश्रा, आईएफएस और हेड एक्सटेंशन डिवीजन, एफआरआई ने इस अवसर पर डॉ. रेणु सिंह, आईएफएस, निदेशक, एफआरआई और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। दो विशिष्ट अतिथियों मोहिनी रावत, एक प्रकृति प्रेमी और श्रुति शर्मा, आईएफएस एवं एचओएफएफ (सेवानिवृत्त), राजस्थान का विशेष स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण दिया और डॉ. रेणु सिंह, आईएफएस, निदेशक एफआरआई को उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया।
डॉ. रेणु सिंह ने सभा को संबोधित किया और आज पृथ्वी के सामने आने वाले मुद्दों और समस्याओं के बारे में विस्तार से बात की और बताया कि कैसे हम पृथ्वी को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने में व्यक्तिगत रूप से योगदान दे सकते हैं। उन्होंने ग्रह की रक्षा करने और उसे पुनर्स्थापित करने के लिए वैश्विक स्तर पर सामूहिक, परिवर्तनकारी कार्रवाई का आह्वान किया। उन्होंने संस्थान द्वारा खराब हुए क्षेत्रों के पर्यावरण की बहाली के लिए परियोजनाएं शुरू करने और गंगा और 13 अन्य प्रमुख नदियों के कायाकल्प के लिए डीपीआर तैयार करने के बारे में भी बताया। तत्पश्चात पर्यावरण पर भाषण प्रतियोगिता व कविता पाठ किया गया।
इन गतिविधियों का संचालन हिन्दी अधिकारी शंकर शर्मा ने किया। मोहिनी रावत और श्रुति शर्मा द्वारा दो गतिविधियों का निर्णय किया गया। कार्यक्रम में एफआरआई के कर्मचारियों, एफआरआई डीयू के छात्र और पीएचडी विद्वानों ने भाग लिया।
इसके बाद केन्द्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालय के छात्रों के लिए पुरस्कार वितरण किया गया। उन विद्यार्थियों ने अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस-2022 पर आयोजित निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता में पुरस्कार जीते थे। समारोह के दौरान कविता पाठ और भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।