किसानों को सरकार का बड़ा तोहफा, पढ़िए पूरी खबर
नई दिल्ली। सरकार ने किसानों को एमएसपी का तोहफा दिया है। सरकार ने खरीफ की 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की घोषणा कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने 2022-23 फसल वर्ष के लिए सभी अनिवार्य खरीफ (गर्मी) फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि को मंजूरी दी।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि धान (सामान्य) की MSP में पिछले साल से 100 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। इसके बाद धान की एमएसपी बढ़कर 1,940 रुपए प्रति क्विंटल से 2,040 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है। धान की ‘ए’ ग्रेड किस्म का समर्थन मूल्य 1,960 रुपये से बढ़ाकर 2,060 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। बता दें कि 2020 के बाद से लगातार तीसरी बार सरकार ने खरीफ फसलों की एमएसपी की बढ़ोत्तरी की है।
किन फसलों की कितनी बढ़ी MSP
फसल | MSP 2020-21 (रु. में) | MSP 2021-22 (रु. में) | MSP 2022-23 (रु. में) | MSP कितनी बढ़ी (रु. में) |
धान (सामान्य) | 1868 | 1940 | 2040 | 100 |
धान (A ग्रेड) | 1888 | 1960 | 2060 | 100 |
ज्वार (हाईब्रिड) | 2620 | 2738 | 2970 | 232 |
ज्वार (मालदंडी) | 2640 | 2758 | 2790 | 232 |
बाजरा | 2150 | 2250 | 2350 | 100 |
रागी | 3295 | 3377 | 3578 | 201 |
मक्का | 1850 | 1870 | 1962 | 92 |
तुअर | 6000 | 6300 | 6600 | 300 |
मूंग | 7196 | 7275 | 7755 | 480 |
उड़द | 6000 | 6300 | 6300 | 300 |
मूंगफली | 5275 | 5550 | 5850 | 300 |
सूरजमुखी | 5885 | 6015 | 6400 | 385 |
सोयाबीन | 3880 | 3950 | 4300 | 350 |
तिल | 6855 | 7307 | 7830 | 523 |
रामतिल | 6695 | 6930 | 7287 | 357 |
कपास (मिडिल स्टेपल) | 5515 | 5726 | 6080 | 354 |
कपास (लॉन्ग स्टेपल) | 5825 | 6025 | 6379 | 354 |
बुधवार को कैबिनेट की बैठक के निर्णयों की जानकारी देते हुए अनुराग ठाकुर ने बताया कि तिल की न्यूनतम समर्थन मूल्य 523 रुपये बढ़ा दिया गया है। वहीं तुअर और उड़द दाल की एमएसपी 300 रुपए बढ़ाई गई है। खरीफ की प्रमुख फसल धान है, जिसकी बुवाई शुरू हो चुकी है। मौसम विभाग ने जून-सितंबर की अवधि के लिए सामान्य मानसून का अनुमान लगाया है।
खरीफ की फसलों में कौन-कौन सी फसलें आती हैं?
धान (चावल), मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन, उडद, तुअर, कुल्थी, जूट, सन, कपास आदि। खरीफ की फसलें जून जुलाई में बोई जाती हैं। सितंबर-अक्टूबर में इनकी कटाई होती है।
क्या होता है MSP?
MSP- न्यूनतम समर्थन मूल्य वह न्यूनतम मूल्य है जिस पर सरकार, किसानों से फसल खरीदती है। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि सरकार, किसान से खरीदी जाने वाली फसल पर उसे जो पैसे चुकाती है वही MSP होता है। इससे नीचे किसानों को उनकी फसलों के लिए भुगतान नहीं किया जाता है।
कौन तय करता है MSP?
न्यूनतम समर्थन मूल्य का ऐलान सरकार की तरफ से कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिश पर साल में दो बार रबी और खरीफ के मौसम में किया जाता है। गन्ने का समर्थन मूल्य गन्ना आयोग तय करता है