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उत्तराखंड में बदहाल सड़के दे रही हादसों को न्योता: जनसेवी भावना पांडे

देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों का बुरा हाल है। पहाड़ों में मार्गों की बदहाली की वज़ह से आये दिन हादसे हो रहे हैं जिस वजह से अनेक लोग जख्मी हो रहे हैं व कईं लोगों की जान भी जा चुकी है। इस गंभीर समस्या पर वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने चिंता व्यक्त की।

जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड को पृथक राज्य के रूप में अस्तित्व में आये हुए 22 वर्षों का समय हो चुका है किंतु राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में आज भी कईं गावों तक सड़कें नहीं पहुंच पाईं हैं। अनेकों ग्राम सभाएं आज भी संपर्क मार्ग से अछूती हैं और जहां मार्ग हैं भी तो उनका बहुत बुरा हाल है। जिस वजह से लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है और लगभग रोजाना ही राहगीर सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं।

राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने नैनीताल जनपद के भीमताल स्थित ओखलकांडा ब्लॉक क्षेत्र की बदहाल सड़कों का जिक्र करते हुए कहा कि क्षतिग्रस्त सड़कों के चलते आए दिन यहाँ सड़क हादसे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि काठगोदाम से हैड़ाखान-सिमलिया बैंड तक, छीड़ाखान से अधौड़ा-मीडार, पस्यान से देवली-नाई, गलनी से टीमर-बड़ौन, डालकन्या से ल्वाड़-डोबा-हरीशताल-गौनियारों और तितड़ा गधेरे के पुल की स्थिति बेहद खराब है। इसके चलते आए दिन सड़क हादसों में लोगों की मौत होने के साथ ही लोग घायल हो रहे हैं लेकिन शासन- प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते दिनों अधौड़ा के पास एक वाहन के खाई में गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई थी और एक शख्स घायल हो गया था। इस हादसे का कारण क्षतिग्रस्त सड़क ही थी।

जेसीपी मुखिया भावना पांडे ने कहा कि लगभग यही हाल अल्मोड़ा जिले का भी है जहाँ कई सड़कों की हालत खराब है। सड़कों में गड्ढे दुर्घटना के कारण बन रहे हैं। जिले में कुल 57 डेंजर जोन चिह्नित किए गए हैं। वहीं खस्ताहाल सड़कों में ओवर स्पीड वाहन चलाने पर भी हादसे हो रहे हैं। ओवर स्पीड और खस्ताहाल सड़कों के कारण पिछले 15 दिनों में जिले में पांच सड़क हादसे हुए जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 25 लोग घायल हो गए।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग अल्मोड़ा-हल्द्वानी का यह मार्ग लंबे समय से खस्ताहाल है। मार्ग में कई स्थानों पर डामर उखड़ने से गहरे गड्ढे बन गए हैं। इन गड्ढों में रपटकर अब तक कईं दोपहिया वाहन चालक चोटिल हो चुके हैं। वहीं आसपास के क्षेत्रों में सड़कों की दुर्दशा भी किसी से छुपी नहीं है।

उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा कि प्रदेश में अनेकों जगह सड़कों की स्थिति दयनीय है। इन खराब सड़कों के चलते राज्य का पर्यटन भी प्रभावित हो रहा है वहीं प्रदेश की खूबसूरती पर भी दाग लग रहा है। अलग-अलग क्षेत्रों में स्थानीय लोग सड़कों की मरम्मत व निर्माण को लेकर कईं बार स्थानीय प्रशासन व संबंधित विभाग से गुहार लगा चुके हैं किंतु अभी तक सुनवाई नहीं हुई। उत्तराखंड के विकास के बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार के झूठ की जहां ये टूटी सड़कें पोल खोलती नज़र आ रही हैं तो वहीं सरकारी लापरवाही को भी उजागर कर रही हैं।

जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने उत्तराखंड सरकार व प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि ग्रामीणों व राहगीरों की मांग पर ध्यान देते हुए तत्काल क्षतिग्रस्त सड़कों को चिन्हित कर उनका निर्माण करवाया जाए व जिन गांवों तक सड़कें अभीतक नहीं पहुंची हैं वहां पक्के मोटरमार्ग बनवाए जाएं, जिससे आमजन को राहत मिले एवँ सड़क हादसों पर भी रोक लग पाए।

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