सरकारी खर्च पर इलाज़ करा रहे विधायकों पर जनसेवी भावना पांडे ने खड़े किये सवाल, कही ये बात
देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध समाजसेवी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने सरकारी खर्च पर इलाज़ करा रहे उत्तराखंड के विधायकों पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा कि विधायक बनते ही कुछ नेता सरकारी खर्च पर अपना उपचार कराने बड़े-बड़े अस्पतालों में पहुंच गए।
जनसेवी भावना पांडे ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या ये नेता इसी बात का इंतजार कर रहे थे कि जल्द से जल्द विधायक का चुनाव जीतें और सरकारी खर्च पर अपना इलाज़ करवाएं। उन्होंने कहा कि वे इस गंभीर मुद्दे को लेकर जल्द ही एक आरटीआई लगाने जा रही हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जिस विधायक के जितने ज़्यादा इलाज के बिल हों उसकी विधायकी समाप्त होनी चाहिए।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि ऐसे नेताओं का काम सिर्फ यही होता है कि किसी न किसी बहाने से सरकारी धन को ठिकाने लगाया जाए। उन्होंने बड़ा सवाल पूछते हुए कहा कि अगर ये विधायक अस्वस्थ हैं, तो कैसे ये बीमार विधायक अपनी विधानसभा में काम कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां उत्तराखंड की आम जनता परेशानी से जूझ रही है, वहीं ऐसा भी सुनने में आ रहा है कि कुछ नेता फर्जी बिल बनवा कर सरकारी धन का दुरुपयोग करने का प्रयास कर रहे हैं। यदि ऐसा हो रहा है तो इसकी पूरी तरह जांच की जानी चाहिए।
जेसीपी मुखिया भावना पांडे ने कहा कि जो विधायक खुद को बीमार बता रहे हैं उन्हें घर पर बैठाया जाए। उन्होंने कहा कि मेरा स्पष्ट मानना है कि अगर ये तमाम विधायक बीमार हैं तो इनके पद पर बने रहने का भी कोई औचित्य नहीं है। मेरे संज्ञान में ऐसे मामले आए हैं जहां नेता सरकारी खर्च पर इलाज करा रहे हैं। अगर यह विधायक बीमार हैं तो ऐसे अस्वस्थ लोगों से काम नहीं लेना चाहिए और ये तत्काल विधायकी से इस्तीफा दें।