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यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई धांधली को लेकर जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने फिर उठाई आवाज़, कही ये बात

देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई धांधली को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े किये हैं।

उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने इस पूरे प्रकरण में राज्य सरकार और प्रशासन को घेरते हुए कहा कि सरकार की नाक के नीचे इतना बड़ा खेल हो गया मगर सरकार व प्रशासनिक अमले को भनक तक नहीं लगी। उन्होंने यूकेएसएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई धांधली में निचले स्तर से ऊपर तक के लोगों की मिलीभगत की ओर इशारा किया है। उन्होंने कहा कि मामले में रोज नईं परते खुल रही हैं और कईं नये खुलासे हो रहे हैं।

जेसीपी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर भर्ती घोटाले का आरोप लगाते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के साथ छलावा कर रही है। उत्तराखंड में सरकारी नौकरियों की भर्ती में लगातार घोटाले उजागर हो रहे हैं मगर सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।

उत्तराखंड की शेरनी कही जाने वाली भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड के गरीब बेरोजगार युवाओं का रोजगार छीनने का षड़यंत्र कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार को पूरे मामले की गहराई से जांच कर सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए एवं इस धांधली में शामिल किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाना चाहिए, सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजना चाहिए।

जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड में धामी सरकार बने अभी कुछ महीने ही हुए हैं और भ्रष्टाचार उजागर होना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि जीरो टालरेंस और डबल इंजन की बात करने वाली सरकार राज्य के बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के नाम पर उन्हें गुमराह करने का काम कर रही है।

भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से जो भर्तियों हुई हैं उनमें भाई-भतीजावाद और घोर अनियमितता बरती गईं हैं। उन्होंने सरकार से बड़ी माँग करते हुए कहा कि जब से उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का गठन हुआ है तब से लेकर अभी तक हुई सभी भर्तियों को निरस्त किया जाना चाहिए एवं नए सिरे से निष्पक्ष व सही ढंग से भर्तियां की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कईं हजार पद विभिन्न विभागों में रिक्त हैं। सरकार ने जिन रिक्तियों की परीक्षाएं आयोजित की उनमें से अधिकतर के परिणाम घोषित नहीं किए है और जिन परीक्षाओं के परिणाम जारी किए गए उनमें चहेतों को मौका दिया गया है।

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों की वजह से प्रदेश का बेरोजगार युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। आज अपने हक़ के लिए हमारे पढ़े लिखे युवाओं को सड़कों पर आंदोलन करने को विवश होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार को राज्य के बेरोजगार युवाओं की जरा भी फिक्र नहीं है।

भावना पांडे ने कहा कि ये उत्तराखंड का दुर्भाग्य ही है कि प्रदेश में अधिकतर बड़े पदों पर बाहरी राज्यों से आये अधिकारी काबिज़ हैं। इनमें से कईं अधिकारी सरकार की नाक के नीचे खुलेआम भ्रष्टाचार को अंजाम देकर अकूत संपत्ति जमा करने में जुटे हुए हैं किन्तु इन पर अंकुश लगाने की सरकार ने कभी कोशिश नहीं की।

जेसीपी मुखिया भावना पांडे ने कहा कि वे पूर्व में भी राज्य के बेरोजगार युवाओं और मातृशक्ति के हक़ के लिए आवाज़ उठाती रहीं हैं और आगे भी उनकी आवाज़ बनकर खड़ी रहेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य के बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के अधिकारों और हित के लिए उन्हें एक बड़ा आंदोलन भी करना पड़े तो उनके कदम पीछे नहीं हटेंगे। उत्तराखंड में फैल रहे भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के विरुद्ध उनकी ये जंग जारी रहेगी।

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