उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली पर भावना पांडे ने जताया रोष
देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली पर रोष प्रकट किया एवं अफ़सोस जताया है। देवभूमि की बेटी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है। जिस वजह से प्रदेशवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सरकार व स्वास्थ्य कर्मी लापरवाही बरतने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं।
उन्होंने ड़ेंगू का ज़िक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में डेंगू का डंक कमजोर होता नज़र नहीं आ रहा है। बल्कि इस बीमारी के अब हर रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। जिससे मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। साथ ही अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी भी बनी हुई है। मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। कभी तेज चटख धूप खिल रही है और कभी मूसलाधर बारिश। इस बीच जगह-जगह जलभराव भी हो रहा है। ये परिस्थितियां मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल बन गई हैं। स्वास्थ्य विभाग यह दावा करता रहा कि डेंगू से बचाव को काफी पहले अभियान छेड़ दिया गया था। बावजूद इसके प्रदेश में डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है।
#उत्तराखंड में #स्वास्थ्य_सुविधाओं का बुरा हाल है। #देवभूमि की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए सरकार को आवश्यक कदम उठाने चाहिए..#devbhoomi #uttarakhand #uttarakhand_health pic.twitter.com/aZZBCZHP0H
— Bhawana Pandey (@officeBhawana) October 8, 2022
वहीं प्रदेश की लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के बारे में बोलते हुए जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड में सरकार द्वारा अस्पताल की बड़ी-बड़ी इमारतें तो बना दी गई हैं किंतु स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर यहाँ कुछ भी नहीं है। मरीजों व उनके तीमारदारों को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा एक खिड़की से दूसरी खिड़की पर दौड़ाकर परेशान किया जाता है। अस्पतालों में चिकित्सक नहीं होते, कुर्सियां खाली नज़र आती है। वहीं अधिकतर चिकित्सकों द्वारा मरीजों को बाहर की दवाइयां और टेस्ट लिख दिये जाते हैं।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं की तत्काल सुध ली जाए। सिर्फ बड़ी-बड़ी इमारतें खड़ी करने से कुछ नहीं होगा, अस्पतालों में सुविधाएं भी मुहैया करवानी होंगी। पहाड़ के दूरदराज से लोग यहाँ उपचार करवाने आते हैं किंतु चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की वजह से उन्हें परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। इस ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता है, जिससे मरीजों व उनके तीमारदारों को राहत मिल सके।