देवकीनंदन महाराज ने जामा मस्जिद को लेकर किया बड़ा दावा, कही ये बात
देवकीनंदन महाराज ने कोर्ट के माध्यम से लोकल इंतजामिया कमेटी, अध्यक्ष सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड, छोटी मस्जिद दीवाने खास जहांआरा बेगम मस्जिद एवं श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान को लीगल नोटिस भी दिया है।
आगरा। कथावाचक आगरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि संरक्षित सेवा ट्रस्ट के संरक्षक देवकीनंदन महाराज ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे केशवदेव की मूर्तियां दबी हुई हैं। उन्होंने कहा कि माजिद की सीढ़ियों के नीचे केशवदेव के विग्रह दबे हुए हैं। उन्होंने आगामी जन्माष्टमी तक मुस्लिम समाज से की केशवदेव के विग्रह लौटने की अपील भी की है।
‘सीढ़ियों की खुदाई करवाकर इन मूर्तियों को निकाला जाए’
देवकीनंदन महाराज ने कोर्ट के माध्यम से लोकल इंतजामिया कमेटी, अध्यक्ष सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड, छोटी मस्जिद दीवाने खास जहांआरा बेगम मस्जिद एवं श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान को लीगल नोटिस भी दिया है। देवकीनंदन ठाकुर ने श्री कृष्ण जन्मभूमि संरक्षित सेवा ट्रस्ट के माध्यम से यह नोटिस दिया है। उन्होंने कहा है कि सीढ़ियों की खुदाई करवाकर इन मूर्तियों को निकाला जाए। इसके साथ ही अदालत ने इस्लामियां लोकल एजेंसी, यूपी सेंट्रल वक्फ बोर्ड, लखनऊ सहित सभी पक्षों को नोटिस देकर 31 मई तक जवाब दाखिल करने के आदेश दिए हैं।
देवकीनंदन महाराज ने क्या किया दावा?
कथा व्यास देवकीनंदन ठाकुर का दावा है कि आगरा की जामा मस्जिद में जो सीढि़यां बनी हुई हैं, वहां उसके नीचे भगवान केशवदेव मंदिर की मूर्तियां दबी हुई हैं। उन्होंने बताया कि साल 1670 में मुगल शासक औरंगजेब ने मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर ठाकुर केशव देव मंदिर को तोड़ कर उस स्थान पर मस्जिद बनवा दी थी। मूर्तियां आगरा स्थित जहांआरा बेगम मस्जिद (छोटी मस्जिद) की सीढ़ियों के नीचे दबा दिया और आज भी वह मूर्तियां वहीं दबी हुई हैं। इन्हीं सीढ़ियों पर से लोग चढ़कर मस्जिद के अंदर जाते हैं और भगवान की पवित्र मूर्तियां रौंदी जा रही हैं।