ल्यूसेट इन्टरनेशनल स्कूल में धूमधाम से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव
विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित सहगल को ये सब नृत्य बहुत अच्छे लगे। उन्होंने UK.G. के बच्चों के नृत्य को इस कार्यक्रम का सबसे प्रिय नृत्य बताया, साथ ही इन सभी छात्रों को अपनी तरफ से उपहार देने की घोषणा की।
देहरादून। देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। इसी उपलक्ष में ल्यूसेट इन्टर नेशनल स्कूल में कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। कृष्ण जन्माष्टमी हिन्दू धर्म का पावन पर्व है। यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्म दिन के उपलक्ष में मनाया जाता है। हिन्दू धर्म में इस पूर्व को धूमधाम से मनाया जाता है। इसलिए इसे जन्माष्टमी महोत्सव भी कहा जाता है।
ल्यूसेंट इन्टरनेशनल स्कूल में 06/09/2023 दिन बुधवार को कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुभ शुरुआत सुबह 10 बजे की गयी। सर्वप्रथम छात्रों को कृष्ण जी के जन्म के समय की परिस्थितियों एवं उनके जन्म का उद्देश्य बताया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित सहगल ने भगवत गीता के उद्देश्य एवं सूक्तियों के माध्यम से छात्रों को बहुत कुछ नई सीख प्रदान की। कार्यक्रम के दौरान सभी शिक्षकों ने श्रीकृष्ण जी से संबंधित बहुत सारी कहानियाँ छात्रों को बताई। कुछ शिक्षकों ने भगवदगीता में वर्णित सुन्दर उपदेशों को छात्रों के समक्ष प्रस्तुत किया।
PG, LKG, UKG के नन्हें छात्र राधा-कृष्ण बने सभी का ध्यान आकर्षित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में नन्हें-नन्हें बच्चों के लिए वेशभूषा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। फैंसी ड्रेस में शामिल हुए छोटे-बच्चो ने विभिन्न रंगा-रंग प्रस्तुति से सभी का ध्यान आकर्षित किया। छात्राओं द्वारा किये गये नृत्य ने सबका मन मोह लिया।
छात्र श्रीकृष्ण जी की बाल-लीला एवं रास-लीला से संबंधित बहुत ही सुन्दर नृत्य प्रस्तुत कर रहे थे। कक्षा UKG के छात्रो ने “कन्हैया- कन्हैया पुकारा करेंगे” पर बहुत सुन्दर नृत्य किया। कक्षा 8 की छात्राओं ने “हरे श्याम मुकुद मुरारी“ गीत पर सामूहिक नृत्य किया। कक्षा 10 की एक छात्रा ने “सो जा कान्हा जरा पर अत्यंत मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित सहगल को ये सब नृत्य बहुत अच्छे लगे। उन्होंने UK.G. के बच्चों के नृत्य को इस कार्यक्रम का सबसे प्रिय नृत्य बताया, साथ ही इन सभी छात्रों को अपनी तरफ से उपहार देने की घोषणा की। अन्त में विद्यालय की प्रधान शिक्षिका के भाषण के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।