जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने महानवमी के पावन अवसर पर दी शुभकामनाएं
डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- माता सिद्धिदात्री को सभी प्रकार की सिद्धियां देने वाली कहा गया है। नवरात्रि के नवम दिन इनकी पूजा और आराधना की जाती है। इन्हें सिद्धियों की स्वामिनी भी कहा जाता है। नवमी तिथि का व्रत कर, माता की पूजा-आराधना करने के बाद माता को तिल का भोग लगाना इस दिन कल्याणकारी रहता है।
देहरादून। प्रसिद्ध जनसेवी, विख्यात शिक्षक एवं ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. अभिनव कपूर ने पवित्र नवरात्रि पर्व की महानवमी के पावन अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
इस अवसर पर जारी अपने संदेश में जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- आप सभी को पवित्र नवरात्रि पर्व की महानवमी के पावन अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। सभी प्रकार की सिद्धियां देने वाली माता सिद्धिदात्री आपकी सारी मनोकामनाओं को पूर्ण करें एवं आप सभी की झोलियां खुशियों से भर दें।
डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- हिंदू धर्म में नवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व होता है जिसमें नौ दिनों तक माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। माता सिद्धिदात्री को सभी प्रकार की सिद्धियां देने वाली कहा गया है। नवरात्रि के नवम दिन इनकी पूजा और आराधना की जाती है। इन्हें सिद्धियों की स्वामिनी भी कहा जाता है। नवमी तिथि का व्रत कर, माता की पूजा-आराधना करने के बाद माता को तिल का भोग लगाना इस दिन कल्याणकारी रहता है।
उन्होंने कहा कि शास्त्रों के अनुसार 10 वर्ष तक की कन्याओं को देवी का स्वरूप माना गया है। नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्याओं की पूजा की जाती है। कन्या पूजन में 2 वर्ष से लेकर 10 वर्ष की आयु की कन्याओं को घर पर बुलाकर उनको पूजन और भोजन के लिए आमंत्रित किया जाता है। मान्यता है कि कन्या पूजन से मां दुर्गा जल्दी प्रसन्न होती हैं। शारदीय नवरात्रि की महानवमी के पावन अवसर पर आपके जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली आये। इस महानवमी के पावन अवसर पर माता रानी आप सभी भक्तों पर अपनी कृपा बरसाएं और सभी का कल्याण करें, यही कामना है।