जलियांवाला बाग कांड की 105 वीं बरसी पर संयुक्त नागरिक संगठन ने आयोजित किया कार्यक्रम
कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के पूर्व अधिकारी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तरधिकारीगण, राज्य आन्दोलनकारी आदि संगठनो के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित हुए।
देहरादून। आज देश को जरूरत है देशभक्त, ईमानदार, चरित्रवान, आदर्श जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व नेताओं की जो देश के और उत्तराखंड के शहीदों, क्रान्तिकारियों के बताये मार्ग पर चल सकें।देश की आजादी और उत्तराखंड राज्य के लिए अपने को समर्पित करने वाले शहीदों के ख्वाबों के अनुसार हम अपनी व्यवस्थाओं में सकारात्मक परिणाम लाने मे असफल रहे है। ये उदगार जलियांवाला बाग कांड की 105 वीं बरसी पर संयुक्त नागरिक संगठन के तत्वाधान में शहीद स्मारक मे आयोजित श्रद्धासुमन कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किये गये।
कार्यक्रम का संचालन चौधरी ओमवीर सिंह ने किया। इस दौरान उत्तराखंड सरकार के पूर्व अधिकारी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तरधिकारीगण, राज्य आन्दोलनकारी आदि संगठनो के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित हुए। इन्होंन इस तथ्य पर सहमति व्यक्त की कि उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन मे हुए मुजफ्फरनगर कांड, खटीमा कांड व मसूरी गोलीकाण्ड भी जलियांवाला बाग की तर्ज पर हुआ थे। कार्यक्रम का समापन शहीदो के सम्मान स्वरूप दो मिनट का मौन रखकर यहां श्रद्धांजलि दी गयी।
इस अवसर पर पंचमसिंह बिष्ट, जगमोहन मेहन्दीरत्ता, सुशील त्यागी, अवधेश शर्मा, जगमोहन सिंह नेगी, शशांक गुप्ता, आशालाल, राधा तिवारी, दीपचंद शर्मा, शेर सिंह, जयपाल सिंह, प्रदीप कुकरेती, भरत सिंह नेगी, भीम खत्री, प्रभात डण्डरियाल, आर.के. अग्रवाल, आरपीएस रावत, डॉ. एस.के. गोविल, सुमित थापा, विनोद असवाल व अनूप बिष्ट आदि गणमान्यजन मौजूद रहे।