पहाड़ के गांधी इंद्रमणि बडोनी की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन : अजय सोनकर
अजय सोनकर ने इंद्रमणि बडोनी द्वारा चलाए गए उत्तराखंड राज्य आंदोलन की यादों को ताजा करते हुए कहा कि उत्तराखंड को पृथक राज्य बनाने के लिए आंदोलन प्रारम्भ करने वाले इंद्रमणि बड़ोनी प्रत्येक उत्तराखंडवासी के लिए आदर्श हैं। उनका सम्पूर्ण जीवन महान संघर्ष भरा रहा है।
देहरादून। वरिष्ठ भाजपा नेता, प्रसिद्ध जनसेवी एवं वार्ड संख्या 18 इंदिरा कॉलोनी के पूर्व नगर निगम पार्षद अजय सोनकर उर्फ घोंचू भाई ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन के प्रणेता और पहाड़ के गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की जयंती पर उनका भावपूर्ण स्मरण कर सादर नमन किया एवँ उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर जनसेवी अजय सोनकर ने कहा- उत्तराखंड राज्य आंदोलन के प्रणेता और पहाड़ के गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय बडोनी को यूं ही उत्तराखंड का गांधी नहीं कहा जाता। इसके पीछे उनकी महान तपस्या और त्याग रहा है। अजय सोनकर ने इंद्रमणि बडोनी द्वारा चलाए गए उत्तराखंड राज्य आंदोलन की यादों को ताजा करते हुए कहा कि उत्तराखंड को पृथक राज्य बनाने के लिए आंदोलन प्रारम्भ करने वाले इंद्रमणि बड़ोनी प्रत्येक उत्तराखंडवासी के लिए आदर्श हैं। उनका सम्पूर्ण जीवन महान संघर्ष भरा रहा है।
वरिष्ठ भाजपा नेता अजय सोनकर ने कहा कि राज्य आंदोलन को लेकर उनकी सोच और दृष्टिकोण को लेकर आज भी उन्हें प्रत्येक उत्तराखंडी याद करता है। उन्होंने कहा कि इंद्रमणि बडोनी आज ही के दिन यानी 24 दिसंबर, 1925 को टिहरी जिले के जखोली ब्लाक के अखोड़ी गांव में पैदा हुए थे। स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी एक साधारण परिवार में जन्मे, लेकिन उन्होंने उत्तराखंड के लिए असाधारण काम किए थे।
पूर्व नगर निगम पार्षद अजय सोनकर ने स्वर्गीय बडोनी का स्मरण करते हुए कहा कि उनका जीवन कईं तरह के अभावों में गुजरा था। उनकी शिक्षा गांव में ही हुई। इसके बाद उन्होंने स्नातक की उपाधि हासिल की थी। वे ओजस्वी वक्ता होने के साथ ही एक रंगकर्मी भी थे। वे लोकवाद्य यंत्रों को बजाने में निपुण थे। साथ ही उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में उनकी खास भूमिका थी।